सोल। दक्षिण कोरिया की अपदस्थ राष्ट्रपति पार्क ग्युन हे को गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया। बता दें कि उन पर भ्रष्टाचार और अपने अधिकारों का गलत तरीके से इस्तेमाल करने का आरोप था। उन पर इस तरह के आरोपों के चलते ही पार्क को उनके राष्ट्रपति पद से भी बर्खास्त कर दिया गया, और पिछले काफी समय से उन्हें गिरफ्तार करने की मांग हो रही थी,
सोल के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने रिश्वत लेने, अधिकारों का दुरूपयोग करने, बलप्रयोग और सरकार की रोपनीय इनफारर्मेशन को बाहर लीक करने के आरोप में पार्क के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। जज के सामने लगभग 9 घंटे तक चली इस प्रक्रिया में उसे काफी सवाल जवाब किए गए, लेकिन उन्होंने उनके ऊपर लगे आरोपों को झूठ बताया। आखिर में कोर्ट ने सारे आरोपों में दोषी करार करते हुए उनके पद से निष्कासित कर दिया। कोर्ट में कल उनके ऊपर लगे इस केस की सुनवाई हुई थी।
गौर करने वाली बात है कि इससे पहले भी भ्रष्टाचार और रिश्वत लेने के मामले में उनके साथ कई घंटो तक पूछताछ हुई थी। जिसमें भी उनहोंने अपने ऊपर लगे आरोपों को सिरे से नकार दिया था और कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है।