नई दिल्ली। जिसकी ख्वाहिशें पूरे देश में कहीं पूरी नहीं होती वो दिल वालों की दिल्ली में आकर पूरी हो जाती है। राजधानी दिल्ली अपने आप में एक अनोखा शहर है इस शहर को और भी अनोखा बनाने के लिए आज से दिल्ली के रोहिणी में साउथ एशिया का पहला हेलिपोर्ट शुरू हो गया है। पवन हंस लिमिटेड ने इसे 100 करोड़ की लागत से तैयार किया है।
इस हेलिपार्ट का उद्घाटन करते हुए एविएशन मिनिस्टर गजपति राजू ने कहा, ‘साउथ एशिया में अपनी तरह की यह पहली सर्विस है। जाहिर है भारत दुनिया में सबसे तेजी से पैसेंजर्स को लुभाने वाला देश बना है। इसके लिए हमारे पास कई कार्गो और हेलिकॉप्टर हैं। लेकिन इनके लिए अगल से कोई स्पेशल पोर्ट नहीं था। अगर हम हेलिकॉप्टर इंडस्ट्री को ऊंचाई पर लेकर जाना चाहते हैं तो इसके लिए ट्रेनिंग की खासी जरूरत होगी। इस हेलिपोर्ट की शुरूआत दिल्ली में गर्मी की छुट्टियों के मद्देनजर इसी समय की गई है।
क्या है खासियत
बताय़ा जा रहा है कि इस हेलिपोर्ट 24 हेलिकॉप्टर रहेंगे और 150 यात्रियों के लिए टर्मिनल बनाए गए है, जिसमें किसी भी आम एयरपोर्ट की तरह फैसिलिटीज दी गई है।
यात्रियों को 300 किमी दूरी तक हेलिकॉप्टर सर्विस मिलेगी। यह हेलिकॉप्टर 1000 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भर सकते हैं।
मिलेगा फायदा
1-मिली जानकारी के मुताबिक IGI एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले हेलिकॉप्टरों की देखरेख और ट्रैफिक कंट्रोल की जिम्मेदारियों का बोझ घटेगा।
2- लोगों की दिल्ली और आस-पास के इलाके से कनेक्टिविटी बढ़ाने में यह काफी मददगार साबित होगा।
कई शहरों को जोड़ेगा
कयास लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली में बने इस हेलिपोर्ट को जल्द ही 8 शहरों से जोड़ा जाएगा। इस बारे में जानकारी देते हुए पवनहंस के सीएमडी वीपी शर्मा ने कहा, दिल्ली दर्शन की स्कीम शुरू होने के बाद जल्द ही शिमला, हरिद्वार, देहरादून, मथुरा, आगरा, मेरठ समेत इंडस्ट्रियल हब मानेसर और बहादुरगढ़ के लिए हेलिकॉप्टर की सर्विस की शुरूआत की जाएगी।’