नई दिल्ली। अमेरिका और चाइना में एक बार फिर ठनाठनी का माहौल बनता दिख रहा है। चीन अपने साउथ और ईस्ट चाइना सी को लेकर किसी तरह की दखलंदाजी बर्दास्त नहीं कर सकता है। पूर्वी चीन सागर क्षेत्र के ऊपर उड़ान भर रहे एक अमेरिकी विमान का चीन के 2 SU-30 एयरक्राफ्ट्स ने पीछा किया। हांलाकि इस बात पर अमेरिका ने चीन से अपना विरोध दर्ज कराया है। अमेरिका का कहना है कि उसका विमान जहां उड़ रहा था। वह जगह अंतरराष्ट्रीय एयरस्पेस के अंतर्गत आती है।
इसके साथ ही अमेरिका का कहना है कि उसने चीन के अधिकार क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया उसका विमान तो बस रेडियोधर्मिता की जांच के लिए पूर्वी चीन सागर के ऊपर उड़ रहा था। हांलाकि साउथ सी चाइना को लेकर और विवाद लगातार काफी दिनों से गर्म है । क्योंकि चीन ने यहां कई क्रत्रिम द्वीप का निर्माण किया है। जहां बड़े पैमाने पर सैन्य कार्रवाई चल रही है। इसके साथ ही इस इलाके पर कई देशों ने चीन के अधिकार पर आपत्ति दर्ज कराई है।
उधर इस घटना के बाद और अमेरिका की आपत्ति और शिकायत के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने फिलहाल इस मामले पर कोई सफाई देने से इनकार कर दिया है। लेकिन अमेरिका पर यह आरोप जरूर लगाया है कि अमेरिकी विमान काफी समय से चीन के इलाकों की निगरानी कर रहे हैं। साथ ही उसने सख्त लहजे में साफ तौर पर चेतावनी देते हुए कहा है कि अमेरिका चीन की सुरक्षा से जुड़ी चिंताओं का सम्मान करेगा। अगर ऐसा ना हुआ तो हवा व समुद्र के अंदर अप्रत्याशित घटनाएं भी हो सकती हैं।