नई दिल्ली। आज सोमवती अमावस्या है लेकिन आज इसको लेकर ज्योतिष के अनुसार दुर्लभ संयोग बन रहा है। यूं तो अमावस्या हर महीने आती है। लेकिन सोमवती अमावस्या बहुत ही कम इस संयोग में देखने को मिलती है। आज सौरमंडल में सूर्य ग्रहण और सोमवार की तिथि के साथ अमावस्या का होना एक दुर्लभ संयोग माना जा रहा है। क्योंकि सोमवार को पड़ने वाली अमावस्या को ही दान पुण्य के लिए बहुत ही मंगलकारी माना जाता है। इस सोमवती अमावस्या के दिन शिव-पार्वती की पूजा का विशेष महत्व होता है।
दांपत्य जीवन में सुख शांति और खुशियां चाहने वालों के लिए सोमवती अमावस्या के दिन स्नान-दान-पूजन से उनके जीवन में मधुरता आती है। इसके साथ ही दंपति शिव-पार्वती का पूजन कर अपने जीवन में खुशियां पा सकते हैं। इस दिन संपन्नता की कामना रखने वालों को तुलसी का पूजन करना चाहिए। तुलसी के पूजन से उनके परिवार में आर्थिक संपन्नता आती है। इस दिन किसी भी वृक्ष को क्षति नहीं पहुंचानी चाहिए इससे पुण्य क्षीण होता है। इसके साथ ही वृक्ष के पत्ते भी नहीं तोड़ने चाहिए।
सोमवती अमावस्या के दिन स्नान दान और व्रत करने के सूर्य भगवान को अर्घ्य देने और पूजन करने का विशेष महत्व है। इस दिन दान पुण्य लाभ कारी होता है। इस दिन शिव परिवार का पूजन करने से जीवन में संपन्नता के साथ मधुरता आती है। इस दिन सुबह स्नान के बाद पीपल के वृक्ष के समीप जाकर शिव परिवार का पूजन करें। इस दिन गणपति गजानन का भी पूजन लाभकारी होता है। पीपल के पूजन से विष्णु भगवान प्रसन्न होते हैं। इस दिन पीपल के वृक्ष का 108 फेरा लेने और सूत बांधने से औरतें अखंड सौभाग्यवती होती हैं।