नई दिल्ली। शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज इन 15 जिलों में उत्तर प्रदेश का पहला दंगल होना है। इस दंगल को लेकर सभी राजनीतिक दलों में चुनावी जंग का आगाज हो चुका है। पहले चरण के दंगल को साधने और सत्ता के गणित में इन 15 जिलों की 73 सीटों पर अपने दमखम को तौलने में हर पार्टी रात दिन एक किए हुए है।
क्या है इन 15 जिलों की 73 सीटों का समीकरण
पश्चिम उत्तर प्रदेश के इन 15 जिलों की 73 सीटों पर चुनावी समीकरण जातिगत और सामाजिक व्यवस्था के बीच पलता है। इस समीकरण में धर्म और जातियों के आपसी समीकरणों को साधना हर पार्टी के लिए बड़ी कसौटी है। अब इस समीकरण को समझने के लिए इन जिलों और सीटों के जातीय समीकरणों पर नजर डालनी पड़ेगी। पहला इस चरण में दलितों और मुस्लिम वोटों के साथ जाट वोटरों की गणित किसी भी दल को पहले चरण का रण जीतने में सफल बना सकती है।
कौन कौन सीटे हैं पहले चरण में
शामली में कैराना, थाना भवन और शामली, मुजफ्फरनगर में बुढ़ाना, चरथावल, पुरकाजी (सु), मुजफ्फरनगर, खतौली व मीरापुर, बागपत में छपरौली, बड़ौत व बागपत, मेरठ में शिवालखास, सरधना, हस्तिनापुर (सु), किठौर, मेरठ कैन्ट, मेरठ व मेरठ दक्षिण, गाजियाबाद में लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद व मोदीनगर, गौतमबुद्धनगर में नोएडा, दादरी व जेवर, हापुड़ में धौलाना, हापुड (सु) व गढ़मुक्तेश्वर, बुलन्दशहर सिकंदराबाद, बुलन्दशहर, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर व खुर्जा (सु), अलीगढ़ में खैर (सु), बरौली, अतरौली, छर्रा, कोल, अलीगढ़ व इगलास (सु), मथुरा में छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा व बलदेव (सु), हाथरस में हाथरस (सु), शादाबाद व सिकन्दरा राव, आगरा में एत्मादपुर, आगरा कैंट (सु), आगरा दक्षिणी, आगरा उत्तरी, आगरा ग्रामीण (सु), फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद व बाह, फिरोजाबाद में टुंडला (सु), जसराना, फिरोजाबाद, शिकोहाबाद व सिरसागंज, एटा में अलीगंज, एटा, मरहरा व जलेसर (सु) तथा कांसगंज में कासगंज, अमनपुर व पटियाली शामिल हैं।