ढाका। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना दोनों पड़ोसी देशों के बीच सौहाद्र्रपूर्ण एवं सहयोगपरक संबंधों को और विस्तार देने के लिए 7-10 अप्रैल के दौरान भारत की यात्रा करेंगी। यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार हसीना सात साल बाद भारत की यात्रा पर आ रही हैं। उनकी यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के न्यौते पर है। दोनों नेता आठ अप्रैल को नयी दिल्ली में आधिकारिक वार्ता करेंगे।
दोनों पक्षों द्वारा संयुक्त रूप से जारी यह बयान कहता है, इस आगामी यात्रा से भारत एवं बांग्लादेश के बीच सौहाद्र्रपूर्ण एवं सहयोगपूर्ण संबंधों को और विस्तार मिलने तथा दोनों नेताओं के बीच मित्रता एवं विश्वास के मजबूत रिश्ते के आधार पर चीजें आगे बढने की संभावना है। हसीना जनवरी, 2010 में भारत आयी थीं। उनकी वर्तमान यात्रा मोदी की जून, 2015 की बांग्लादेश यात्रा के दो साल उपरांत हो रही है। हसीना के दिसंबर, 2016 में ही भारत की यात्रा करने की संभावना थी लेकिन इस अटकल के बीच यात्रा स्थगित कर दी गयी थी कि भारत सरकार के नोटबंदी पश्चात स्थिति में जुटे होने तथा केंद, एवं पश्चिम बंगाल के बीच असहज रिश्ते के मध्य तीस्ता का जल साझा करने पर चर्चा करने का यह उपयुक्त समय नहीं था। विदेश सचिव एस जयशंकर ने ढाका में हसीना से भेंट की थी जिसके पश्चात बांग्लादेश ने घोषणा की कि उनकी यात्रा अप्रैल में होगी।
बांग्लादेश के विदेश सचिव मोहम्मद शहीदुल हक से कल मुलाकात के बाद भारतीय उच्चायुक्त हर्षवर्धन श्रींगला ने कहा कि भारत इस यात्रा को बहुत महत्व दे रहा है। उच्चायुक्त ने कहा कि एक असाधारण कदम के तौर पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने हसीना को उनकी यात्रा के दौरान राष्ट्रपतिभवन में ठहरने का निमंत्रण दिया है।