बिहार में इन दिनों सियासी घमासान मचा हुआ है। आए दिन बिहार में राजनैतिक घमासान थमने की बजाए रुकता ही जा रहा है। ऐसे में माना जा रहा था कि नीतीश कुमार द्वारा गठबंधन तोड़ने के बाद बीजेपी से हाथ मिलाने को लेकर पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव नाराज हैं। लेकिन अब इस कवायदों पर शरद यादव ने अपनी चु्प्पी तोड़ ली है। बार बार मीडिया के सवालों से शरद यादव बचते नजर आ रहे थे। लेकिन अब उन्होंने एक ऐसा ट्वीट किया है जिससे यह साफ हो गया है कि शरद यादव नीतीश कुमार के फैसले से नाखुश हैं।
शरद यादव ने ट्वीट कर कहा है कि ‘ना ही विदेशों में जमा कालेधन को भारत में लाया गया है, जोकि सत्ता में बैठी पार्टी का मुख्य स्लोगन था और ना ही पनामा पेपर्स मामले में जिनका नाम है उसमे से कोई पकड़ा गया है’ शरद यादव के इस ट्वीट ने बिहार के कारण बिहार की राजनीति एक अलग ही मोड पर आ गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेता पर अटकलें लगाई जा रही थी कि अब वह एक अलग पार्टी बना सकते हैं। लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि आगे जाकर क्या उनकी नाराजगी बरकरार रहेगी या फिर कुछ नई राजनीति सामने आएगी।
Neither black money slashed abroad returned, one of d main slogans of d ruling party nor anyone caught out of those named in Panama papers.
— SHARAD YADAV (@SharadYadavMP) July 30, 2017
जानकारी अनुसार जिस दिन नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया था और सीएम पद की शपथ ली थी तो उस वक्त सूत्रों के अनुसार जानकारी यह मिली थी कि केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शरद यादव से बात की है। शरद यादव वही दूसरी तरफ नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल तैयार करने से पहले पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी ट्वीट कर सीएम पर तंज कसा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि ‘आशा करता हूं तथाकथित स्वच्छ छवि के धनी नीतीश जी आज अपने मंत्रीमंडल में एक भी केस में नामित किसी भी व्यक्ति को मंत्री नहीं बनायेंगे। अन्यथा??’