गुजरात। बीजेपी और कांग्रेस के साथ पारी खेलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला ने मंगलवार को नए मोर्चे का ऐलान किया है। शंकर सिंह वाघेला ने जनविकल्प नाम से नए मोर्चे का गठन किया है। हालांकि जिस वक्त उन्होंने बीजेपी से किनारा किया था उस वक्त उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल पार्टी बनाई थी। हालांकि वह खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे।
उनकी पार्टी ने कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया था। लेकिन पिछले महीने अपने जन्मदिन के मौके पर उन्होंने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया था। जिसमें उन्होंने कहा था कि वह किसी भी पार्टी के साथ हाथ नहीं मिलाएंगे। शंकर सिंह वाघेला ने मंगलवार को कहा कि गुजरात में कोई वैकल्पिक राजनीति काम नहीं कर सकती है और अब लोग बीजेपी और कांग्रेस से उकता गए हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोग बीजेपी कांग्रेस से बेहतर विकल्प के लिए बेताब हैं।
हालांकि देखने वाली बात यह है कि राज्यसभा चुनाव के वक्त शंकर सिंह वाघेला ने अपना वोट कांग्रेस से अहमद पटेल को नहीं दिया था जिसपर उन्होंने अफसोस भी जताया था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब ही नहीं बनता है। उन्होंने अपना वोट बीजेपी से बलवंतसिंह राजपूत को दिया था। वही जनता की समस्या को आधार बनाकर शंकर सिंह वाघेला लगातार बीजेपी और कांग्रेस को अपने निशाने पर लेते रहे हैं।