देहरादून। सूबे के स्थापना दिवस को सार्थक बनाने के प्रयास में त्रिवेन्द्र सिंह रावत सरकार लगी हुई। आने वाली 9 नवम्बर को राज्य का स्थापना दिवस है। इस अवसर पर राज्य सरकार की ओर से कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने इस मौके पर स्कूली बच्चों के बीच वरिष्ठ आई.ए.एस अधिकारियों को संवाद स्थापित करने का लक्ष्य सौंपा है। इस कार्यक्रम के तहत राज्य के कई वरिष्ठ आई ए एस अधिकारियों ने सूबे में कई विद्यालयों में जाकर छात्रों और छात्राओं के साथ बातचीत कर संवाद किया है।
सूबे के सूचना महानिदेशक डॉ. पंकज कुमार पाण्डेय ने शहीद सैनिक श्री नरपाल सिंह राजकीय इण्टर कॉलेज थानों में जाकर छात्रछात्राओं के साथ बातचीत कर उन्हें लगन से मेहनत करने और आगे चलकर क्या बनना है, उसके लिए आज से ही लक्ष्य निर्धारित करने के लिए प्रेरित किया। डॉ पंकज पाण्डेय की व्यक्तिगत पृष्ठभूमि चिकित्सा के क्षेत्र से रही है। इसलिए ज्यादातर बच्चों ने उनसे मेडिकल क्षेत्र में बेहतर भविष्य बनाने के विषय में जानकारियां लीं। उन्होने छात्रों से कहा कि किसी भी लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हमें समय के महत्व को जानना चाहिए। क्योंकि समय से ही काम पूरा करने वाली जीवन में सफलता पाता है। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय में वृक्षारोपण भी किया।
वहीं जिलाधिकारी देहरादून एस.ए मुरूगेशन ने सहसपुर ब्लाक के न्याय पंचायत भगवन्तपुर के राजकीय प्राथमिक विद्यालय कुठाल गांव में जाकर छात्रछात्राओं से संवाद किया। इस अवसर पर उन्होने अध्यापकों से कहा कि शिक्षक पाठशाला में विद्याध्यन के साथ विद्यालय को संस्कारशाला भी बनाये जिससे बच्चों का सर्वागीण विकास हो सके तथा वे बच्चों को सुयोग्य नागरिक बनाने में शिक्षक अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करें। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने अपने व्यक्तिगत अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वो भी एक अध्यापक के ही पुत्र हैं।
मंडलायुक्त श्री दिलीप जावलकर ने बडोवाला और भानियावाला स्थित स्कूलों में जाकर छात्र-छात्राओं से संवाद किया। उन्होने कहा कि बच्चों के वर्तमान को सुधार कर ही देश का भविष्य सुधारा जा सकता है। उन्होने कहा कि आज सरकारी विद्यालयों में शिक्षा के स्तर को उपर उठाने के लिए और उपयोगी कदम प्रयोग में लाने होंगे। इस अवसर पर छात्रछात्राओं ने भी श्री जावलकर से कई प्रश्न पूछे।