नई दिल्ली। यूपी में विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद सपा को लगने वाले झटके कम नहीं हो रहे हैं। जब से सपा को यूपी में हार मिली है तभी से सपा को झटकों पर झटके लग रहे हैं। हाल ही में दो एमएलए बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद सपा की एक और एमएलए ने पार्टी छोड़ कर बीजेपी का हाथ थाम लिया है। सरोजनी अग्रवाल सपा के दिग्गज नेता आजम खान की काफी करीबी रह चुकी हैं। सरोजनी अग्रवाल को रीता बहुगुणा जोशी और मंत्री महेंद्रसिंह ने पार्टी में शामिल कराया। इसके अलावा दो और एमएलसी के बीजेपी ज्वाइन करने की खबर है। सरोजनी अग्रवाल को लेकर कहा जाता है कि आजम खान ने ही उन्हें MLC बनवाया था। जबकि सपा में मंत्री रहे मेरठ के शाहिद मंजूर सरोजनी के MLC बनाए जाने को लेकर नाराज थे। लेकिन आजम के जिद करने पर उन्हें MLC बनाया गया था।
बता दें कि इससे पहले सपा से एमएलसी और राष्ट्रीय शिया समाज के संस्थापक बुक्कल नवाब ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। उनके अलावा एमएलसी यशवंत सिंह ने भी इस्तीफा दे दिया था। इसके साथ ही बुक्कल नवाब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा भी की थी। इन दोनों के अलावा बीएसपी एमएलसी जयवीर सिंह ने भी इस्तीफा दे चुके हैं। जिस समय ये इस्तीफे हुए थे, उस समय बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह लखनऊ में ही थे।
इस्तीफे के बाद बुक्कल नवाब ने कहा था कि पिछले एक साल से मुझे बहुत घुटन महसूस हो रही थी। सपा लिखते वक्त यह सही नहीं लगता है। समाजवादी पार्टी अब ‘समाजवादी अखाड़ा’ बन गई है। अखिलेश पर निशाना साधते हुए बुक्कल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि जब वह अपने पिता के साथ नहीं है, तो वह किसके साथ हो सकते हैं। मैं मुलायम सिंह यादव का बहुत सम्मान करता हूं। सपा में और भी लोग इस्तीफा दे सकते हैं। इन इस्तीफों से 3 MLC के पद खाली होंगे। इससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव और दिनेश शर्मा MLC के तौर पर सदन में जा सकते हैं। ये तीनों अब तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं।