देहरादून। उत्तराखंड के मंसूरी में भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के जीगरी दोस्त संजय नारगं के घर डहेलिया बैंक को तोड़ने का काम शुरू हो गया है। कैंट बोर्ड लंढौर के सीओ जाकिर हुसैन का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के पालन अनुसार डहलिया बैंक को तोड़ा जाना है। घर को तोड़ने के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। डहेलिया बैंक परिसर के आसपास तकरीबन 100 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं। यह आवास कैंट परिसर में होने की वजह से सेना के जवान भी इसकी निगरानी में लगे हुए हैं। माना जा रहा है कि डहेलिया बैंक को तोड़ने में तकरीबन 15 दिनों का वक्त लग सकता है। मंगलवार सुबह कैंट बोर्ड समेत प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद बिल्डिंग को खाली कराया गया और खाली होने के बाद घर को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की गई।
बता दें कि 28 हजार वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैले डहेलिया बैंक में अवैध निर्माण को तोड़ने का आदेश नैनीताल उच्च न्यायालय ने कैंट बोर्ड को दिया था। इस फैसले को संजय नारंग ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, जिसके बाद कैंट बोर्ड ने भी इस मामले में अपना पक्ष रखा। सुप्रीम कोर्ट ने संजय नारंग की याचिका को खारिज करते हुए डहेलिया बैंक में अवैध निर्माण को तोड़े जाने की अनुमति दे दी। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने संजय नारंग को 15 दिन का वक्त भी दिया। दरअसल, यह निर्माण रक्षा मंत्रालय के विभाग आईटीएम के नजदीक 50 मीटर की परिधि में आता है, जो कि विभागीय मानकों के अनुसार मान्य नहीं है। आपको यह भी बता दें कि डहेलिया बैंक संजय नारंग का बंगला है, लेकिन स्थानीय लोग इसे सचिन तेंडुलकर का बंगला मानते हैं।