राजस्थान। राजस्थान के भरतपुर में आयोजित संघ के द्वितीय अभ्यास वर्ग के दौरान राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत का संबोधन हुआ। ऐसे में उनका एक बयान सामने आया है। अपने बयान में मोहन भागवत ने कहा कि संघ जाति व्यवस्था के खिलाफ है। उनका कहना है कि देश की एकता और अखंडता को जाति व्यवस्था के कारण भारी क्षति पहुंची है और जाति व्यवस्था को राष्ट्र विरोधी तत्व खत्म नहीं करना चाहते।
इस बीच भागवत ने स्वंयसेवकों को भारतीय संस्कृति, धर्म और शिक्षा से जुड़ी पौराणिक व्यवस्थाओं के बारे में कई सारी जानकारियां दी। साथ ही उन्होंने जीवन में योग अपनाने का आव्हान किया।