नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने बीते सोमवार को एशिया कप का खिताब जीतने पर 18 सदस्यीय भारतीय महिला टीम की प्रत्येक सदस्य व मुख्य कोच हरेन्द्र सिंह को 1-1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। साथ ही टीम के सहायक स्टॉफ के प्रत्येक सदस्यों को भी 50 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि खिताबी मुकाबले में भारत ने पेनाल्टी शूटआउट में चीन को 5-4 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। पेनाल्टी शूटआउट में एक समय दोनों टीमें 4-4 से बराबरी पर थीं, लेकिन कप्तान रानी ने आखिरी शॉट को गोल में बदलकर और गोलकीपर सविता ने चीन का आखिरी प्रयास बेकार कर भारत को 13 वर्षों बाद जीत दिला दी। भारतीय टीम ने पिछली बार 2004 में नई दिल्ली में आयोजित एशिया कप का खिताब जीता था। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने कॉन्टिनेंटल चैंपियंस के रूप में 2018 महिला विश्व कप में क्वालीफाई कर लिया।
बता दें कि भारत ने पूरी प्रतियोगिता में अविश्वसनीय प्रदर्शन किया अपने सभी मैच जीते। प्रतियोगिता में भारतीय टीम ने अपने से ऊंची रैंकिंग वाले चीन (विश्व नंबर 8) और जापान (विश्व नंबर 11) को मात दी । टीम ने कुल 28 गोल किए और पूरे प्रतियोगिता में केवल पांच गोल खाये। प्रतियोगिता के पूल स्टेज में अपने वर्चस्व को साबित करते हुए भारतीय टीम ने सिंगापुर को 10-0 से हराया।
वहीं भारतीय टीम की इस उपलब्धि पर हॉकी इंडिया के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा कि भारतीय महिला टीम द्वारा 13 साल बाद एशिया कप वापस लाना सचमुच एक सराहनीय उपलब्धि है। उन्होंने इस टूर्नामेंट को जीतने के लिए महान भावना और दृढ़ संकल्प दिखाया है और अगले साल कॉन्टिनेंटल चैंपियंस के रूप में विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया। हॉकी इंडिया इस जीत के लिए सहायक स्टाफ और कोचिंग स्टाफ सहित कप्तान रानी और पूरी टीम को बधाई देता है। हम इस जीत पर बेहद गर्व महसूस करते हैं और उन्हें भविष्य के टूर्नामेंटों के लिए शुभकामनाएं देते हैं।