एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मुसलमानों से समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि यादव और योगी की सरकार एक जसी हैं। इसके साथ ही उन्होंने बांग्लादेशी और तिब्बतियों तरह रोहिंग्या को भी हिंदुस्तान में शरण देने की बात कही। दादरी में मारे गए अखलाक के हत्यारोपियों को नौकरी दिलाने पर भी औवेसी ने सवाल उठाए।
औवेसी ने शनिवार को मेरठ में पार्टी की एक सभा को संबोधित किया। तीन तलाक के मुद्दे पर औवेसी ने साफ कहा कि मुसलमानों को यह एक साथ देने से परहेज करना चाहिए। जमीयत उलेमा हिंद भी इसके बारे में सलाह दे चुकी हैं। रोहिंग्या मुसलमानों को भारत में शरण देने के मुद्दे पर औवेसी ने कहा कि हमारे देश में बांग्लादेशी और तिब्बती को जब सहानुभूति के तौर पर शरण दी जा सकती है फिर रोहिंग्या मुसलमानों को इसे देने में क्या दिक्कत हैं।
हज सब्सीडी खत्म करने पर औवेसी ने कहा कि यह बिल्कुल खत्म होना चाहिए। लेकिन वह पैसा मुसलमानों के विकास पर लगना चाहिए, अयोध्या में धार्मिक मूर्ति, धार्मिक स्थल सरकारी पैसे से नहीं बनाने का नियम है तो फिर वहां सरकारी पैसा क्यों लगाया जा रहा हैं। इसके साथ ही दादरी में हुए अखलाक हत्याकांड के आरोपियों को एनटीपीसी में संविदा पर नौकरी दिलाने पर औवेसी ने कहा कि जिन पर कत्ल का इल्जाम है उनको रोजगार दिलाया जा रहा है यह गलत हैं।