नई दिल्ली। शनिवार को सुरक्षा बलों के हाथों में मुठभेड़ के हाथों में सबजार बट के मारे जाने के बाद हिजबुल मुजाहिदीन ने घाटी का अपना नया कमांडर चुन लिया गया हैं 29 साल का रियाज नाइको हिजबुल का नया कमांडर चुन लिया गया हैं।
रियाज नाइको सोशल मीडिया के इस्तेमाल में माहिर हैं और टेक सेवी हैं उस पर 12 लाख रुपये का इनाम हैं।
वह खतरनाक आतंकियों की सूची में शामिल हैं, सुरक्षा बलों ने उसे A++ कैटगरी में रखा हुआ हैं।
कुछ महीने पहल वह एक वीडियो जारी करके चर्चा में आया था, जिसमें उसने कश्मीरी पंडितों को घाटी में लौटने की अपील की थी। उसने कहा था कि आतंकियों की कश्मीरी पंडितों से कोई दुश्मनी नहीं है।
सूत्रों की मानें तो हिजबुल रियाज को अपना कमांडर बनाकर जाकिर मूसा के प्रभाव को कम करना चाहता है। कट्टरवादी विचार धारा के कारण मूसा का प्रभाव कश्मीर में बढ़ रहा है ऐसे में उदारवादी विचारों वाले रियाज को अपना कमांडर बनाकर हिजबुल यह बताना चाहता है कि उसका मसकद घाटी में इस्लामिक शासन के प्रभुत्व की स्थापना नहीं है।
दरअसल मूसा ने अलगाववादियों को उनके मामले में दखल न देने की धमती दी थी, वर्ना उनके सिर काटकर श्रीनगर के लाल चौक पर लटका दिए जाएंगे। इस ऐलान के बाद उसने हिजबुल से अपना नाता तोड़ दिया था।
हिजबुल पर पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई का काफी दबाव हैं, क्योंकि मूसा ने घाटी में इस्लामिक शासन की बात कही थी।
बता ते चले कि हिजबुल कमांडर बुरहान वानी को परिछले साल 8 जूलाई को मुठभेड़ में मारे जाने के बाद मूसा को कमांडर बनाया गया था।