नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अपनी मौद्रिक समीक्षा ब्याज दरों में कोई फेरबदल नहीं किया है। इस तरह, रेपो रेट की 6.5 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट 6 फीसदी पर बरकरार रहेगा। साथ ही, आरबीआई ने सीआरआर में भी कोई बदलाव नहीं किया है जो चार फीसदी पर ही कायम रहेगा। वहीं, मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (एमएसएफ) की दर भी सात फीसदी पर बनी हुई है।
आरबीआई के मुताबिक, महंगाई में बढ़ोतरी अनुमान से अधिक होने की वजह से दरों में कटौती नहीं की गई है। सब्जियों, फल, चीनी, मांस और मछली के दाम अनुमान से ज्यादा बढ़े हैं जबकि दालें अभी भी महंगी बनी हुई हैं। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल और मेटल के दाम भी बढ़े हैं।
आरबीआई का मानना है कि आगे महंगाई काबू में रहने की उम्मीद है। सरकार ने फूड प्रबंधन अच्छा किया है, सर्विस सेक्टर में नई क्षमता आने से सप्लाई बढ़ेगी और अच्छी बारिश की भी उम्मीद है, ऐसे में महंगाई काबू में आ सकती है।
आरबीआई ने वित्त वर्ष 2017 के लिए ग्रोथ का अनुमान 7.6 फीसदी पर बरकरार रखा है। साथ ही मार्च 2017 तक महंगाई दर का अनुमान भी 5 फीसदी पर बरकरार रखा है।