नई दिल्ली। शादी एक ऐसा रिश्ता है जो इंसान की जिन्दगी को बदल कर रख देता है। इसके लिए हर इंसान बेताब रहा है इस बंधन में जो बंधता है वो कई सारे सपने संजोता है। लेकिन कई बार हम शादी के बंधन में बंध तो जाते हैं लेकिन हम इसके लिए तैयार नहीं होता है। इसलिए जब आप शादी के बारे में सोच तो कुछ बातों को गौर करने की बहुत जरूरत होती है। पहली बात है कि क्या आप शादी के लिए तैयार हैं। क्योंकि इस बारे में एक्सपर्ट्स का माना है कि अगर हम कुछ सवालों का खुद से जवाब नहीं दे पाते तो हम ये मान लें कि अभी शादी का वक्त नहीं है।
शादी के पहले अगर हमारे दिमाग में कुछ सवाल कौंधे जैसे कि क्या हम एक इंसान के साथ पूरी जिन्दगी बिता सकते हैं औऱ इसका जवाब हमारे पास ना मिले तो हमें साफ ये समझना चाहिए कि हम जो करने जा रहे हैं वो दूसरों को तो खुशी देगा। लेकिन हम इस रिश्ते से खुश नहीं रहेंगे। दूसरा हम अपने साथ किसी दूसरे की जिन्दगी को भी तबाह कर देंगे। दूसरा सवाल अगर आने वाले दिनों में शादी के बाद किसी और की जिम्मेदारियों को कैसे निभाएंगे ये सवाल आये और जवाब कुछ ना सूझे तो साफ समझें अगर आप अपनी जिम्मेदारियां ठीक से नहीं निभा पाते तो दूसरे की जिम्मेदारी क्या निभा पायेंगे साफ शादी से दूर हों जाने में ही भलाई है।
अगर आपका होने वाला जीवनसाथी अपनी लाइफ को कोई भी ऐसा सीक्रिट आपसे शेयर नहीं करना चाहता और आपसे बात करने या आपके साथ घूमने जाने से कतरा रहा है। तो साफ समझ ले कि वह आपके साथ सहज नहीं है शायद वो आपके साथ शादी के लिए भी तैयार नहीं है। अगर आपको लगे कि आपका पार्टनर अपनी पास्ट लाइफ को आपसे शेयर नहीं करना चाहता साथ ही वह आप से कुछ छुपा रही है और वह उसी में जीना चाहती है तो साफ समझे कि वह इस शादी के लिए तैयार नहीं है।
इसके अलावा जब तक आपको आपके पार्टनर से प्यार ना हो तब तक इस रिश्ते का मतलब कुछ भी नहीं होता है। आजकल शादियां तय होते ही एक दूसरे के फोन नम्बरों का आदान-प्रदान हो जाता है। लेकिन अगर आपको ये लगे आप उसके फोन से बोझिल महसूस करते हैं या परेशान हो जाते है या वो आपके फोन से परेशान हो जाती है और आपको साथ में वक्त बिताने में कोई एक्साइमेंट महसूस नहीं होता है, तो साफ समझे आप इस शादी में बिलकुल इन्ट्रटेड नहीं है।