चंडीगढ़। रेत के खड्ढे खरीदने के आरोप के चलते अपने पद से इस्तीफा देने वाले पंजाब के बिजली एवं सिचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह के इस्तीफे को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नामंजूर कर दिया है। सीएम के इस्तीफा न स्वीकार करने के बाद सारा फैसला पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के हाथो में चला गया है, जिसके लिए सीएम कांग्रेस अध्यक्ष से गुरुवार को मुलाकात करेंगे इसके लिए वो दिल्ली पहुंच गए हैं। इस्तीफा न स्वीकार करने को लेकर कैप्टन ने कहा कि उन्हें राणा का इस्तीफा मिल चुका है और वे अभी इस इस्तीफे को स्वीकार नहीं कर सकते। इस्तीफे पर फैसला हाई कमान से मीटिंग करने के बाद ही होगा।
कैप्टन के इस्तीफा न स्वीकार करने के पीछे ये कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम हाल ही में होने वाले लुधियाना नगर निगम के चुनावों के बाद ही राणा का इस्तीफा स्वीकार करेंगे। बता दें कि नगर निगम के चुनाव फरवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में होने हैं। गौरतलब है कि पंजाब के बिजली एवं सिचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने अपने पद से मंगलवार को इस्तीफा दे दिया था। दरअसल अपने रसोइए के नाम पर खनन रेत की खड्ढे लेने समेत कई मामलों में वो विपक्ष के निशाने पर चल रहे थे।
वहीं इस्तीफा देने के बाद राणा ने कहा था कि मैं और मेरे कर्मचारियों पर जब रेत की खड्डें लेने का आरोप लगा, तो मैंने अपना इस्तीफा कैप्टन अमरिंदर सिंह को सौंप दिया। इस बारे में इससे ज्यादा और कुछ नहीं कहना चाहता। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के अंदरूणी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी ने ही कैप्टन अमरिंदर सिंह से गुरजीत का इस्तीफा लेने को कहा था। हालांकि कैप्टन ने इस्तीफा ले लिया है, लेकिन अभी तक उसे स्वीकार नहीं किया है।