देश में इन दिनों देश में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्माता जा रहा है। एनडीए और विपक्ष की तरफ से उनके राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद और अपना अपना चुनाव प्रचार करने में लगे हुए हैं। लेकिन आंकड़ों के हिसाब से बात की जाए तो रामनाथ कोविंद राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी सबसे आगे दिखाई दे रही है। इसी कड़ी में एनडीए के राष्ट्रपति पद उम्मीदवार रामनाथ कोविंद की रायसीना हिल्स पर विजय लगभग तय लग रही है। अब उनकी लड़ाई विपक्ष की उम्मीदवार मीरा कुमार से मात्र जीत का अंतर बढ़ाने को लेकर शेष बची है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कोविंद को देश के सभी हिस्सों से समर्थन मिल रहा है। अब तक देश की करीब 30 छोटे-बड़े राजनीतिक दलों ने देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को अपना समर्थन दिया है। विजय निश्चित होने के बावजूद सत्ताधारी दल भाजपा रामनाथ कोविंद की जीत दर्ज कराने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है। यही कारण है कि कोविंद प्रत्येक राज्य में जा-जाकर सभी दलों से उनका समर्थन मांग रहे हैं। वही एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को कई सारी पार्टियों का समर्थन मिलने लग रहा है।
छोटी क्षेत्रीय पार्टियों में बीजद, एआईईडी, एनआर कांग्रेस, जेडीयू, आईएनएलडी (इनलो), टीआरएस, वाईएसआर, पीएमके आदि शामिल हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति पद के लिए होने वाले मतदान में राज्यसभा के सभी छह निर्दलीय सांसद भी रामनाथ कोविंद को समर्थन कर सकते हैं। भाजपा की ओर से कोविंद के पक्ष में निर्वाचन मंडल में दो तिहाई वोट जुटाने के प्रयासों को बल मिला है। दक्षिण भारत में मंगलवार से रामनाथ का दौरा रामनाथ कोविंद चुनावी अभियान के तहत 4 जुलाई से दक्षिण भारत के राज्यों में वोट के लिए समर्थन मांगने पहुंच रहे हैं। मंगलवार को कोविंद हैदराबाद रहेंगे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू, पार्टी के महासचिव मुरलीधर राव समेत 2 सांसद भी रहेंगे। इसके अलावा 5 जुलाई को वे कर्नाटक जाएंगे। कर्नाटक में उनके साथ केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, पार्टी की ओर से सरोज पांडेय, जम्मू के सांसद शमसेर सिंह तथा कौशांबी के सांसद विनोद सोनकर रहेंगे।