शुक्रवार को डेरा प्रमुख राम रहीम पर पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुनाया और उन्हें दोषी करार दिया है। जिसके बाद कोर्ट से राम रहीम को सीधे अंबाला लेकर जाया गया है। 28 अगस्त को राम रहीम पर सजा के लिए सुनवाई होगी और अभी वह सेना की कस्टडी में रहेंगे। गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप सिद्ध होने के बाद उनके समर्थकों में भी खासा रोष देखा गया।
राम रहीम के समर्थकों ने पहले ही कह दिया था कि कोर्ट में अगर उनके खिलाफ फैसला सुनाया जाता है तो वह किसी भी हद तक चले जाएंगे और ठीक वैसा ही हुआ। फैसला सुनाए जाने के बाद भीड़ उग्र हो गई। इस दौरान खबर आ रही है कि इस आगजनी में तीन लोगों की मौत भी हो गई है। उग्र हुई भीड़ ने मीडिया को भी अपना निशाना बनाया और मीडिया पर भी हमला किया। यहां तक की भीड़ द्वारा मीडिया की ओबी वैन को भी क्षति पहुंचाई गई। देखने वाली बात यह है कि यहां पर धारा 144 लगाई गई थी। लेकिन बावजूद इसके पंचकूला में लाखों की तादात में लोग पहुंच गए।
धारा 144 लागू होने के बाद भी इतनी भारी मात्रा में लोग पहुंचे इसपर काफी सारे सवाल उठाए जा रहे थे। जिसको लेकर कोर्ट द्वारा यह साफ कर दिया गया था कि अगर किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान होता है तो इसके लिए डीजीपी जिम्मेदार होंगे। बता दें कि फैसला सुनाने के बाद भीड़ इतनी ज्यादा उग्र हो गई है कि वह मीडिया पर क्या पुलिस पर भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस पर भी समर्थक पत्थरों से हमला कर रहे हैं। इस दौरान खबर है कि कई मीडिया कर्मी तथा पुलिस भी उग्र भीड़ का शिकार हुए हैं। इस दौरान उन्हें गंभीर चोटें भी आई हैं।