राम रहीम के जेल जाने के बाद कई सारे खुलासे किए जा रहे हैं। कई सारे चौंकाने वाले खुलासों के बीच पुलिस के डेरे का आईटी हेड हाथ लगा है। पुलिस के मुताबिक यह फरीदाबाद का रहने वाला है। यह डेरे का आईटी विंग का हेट है। पुलिस को डेरे में लगे 5 हजार कैमरों की राम रहीम के जेल जाने से पहले की सारी क्लिम मिल गई है।
माना जा रहा है कि इन क्लिपों को देखने के बाद और भी कई सारे खुलासे किए जा सकते हैं। लेकिन देखने वाली बात यह है कि पुलिस को यह हार्डडिस्क डेरे से दूर खेत में बने शौचालय से जब्त हुई है। इसलिए साफ तौर पर माना जा सकता है कि इस हार्डडिस्क में पुलिस को राम रहीम के खिलाफ अहम सबूत हाथ लग सकते हैं। पुलिस ने हार्डडिस्क को अपने कब्जे में ले लिया है। जिसकी जांच की जा रही है।
पुलिस की जांच में यह बात निकल कर सामने आई है कि राम रहीम का अस्पताल तो केवल दिखाने के लिए था, असल में वह अंगों की तस्करी का काम करता था। पुलिस को डेरे के अंदर से स्किल ट्रांसप्लांट यूनिट भी मिली है। पुलिस ने डेरे के अंदर से गर्भपात क्लिनिक का भी खुलासा किया है। यहां तक की डेरे के अंदर गैर कानूनी तरह से स्किन ट्रांसप्लांट भी चलाया जाता था। राम रहीम चैरिटी की आड़ में लोगों के शरीर के साथ खिलवाड़ करता था। और उनके अंगों को निकाल कर उनकी तस्करी करता था।
वही खबर तो कुछ इस प्रकार भी है कि डेरा में भर्ती होने वाले लोगों से एक खास तरह का शपथ पत्र भी लिया जाता था। इस शपथ पत्र में साफ तौर पर यह लिखा होता था कि अगर डेरे के अंदर उनकी मौत हो जाती है तो शव को परिजनों के हवाले नहीं किया जाएगा। शपथ पत्र में लिखा होता था कि उनकी मौत के बाद उनके शव को मेडिकल रिसर्च के लिए दाम दिया जाएगा। हालांकि डेरे के पूर्व सेवादार गुरुदास सिंह के मुताबिक भी यहां पर मानव अंगों की तस्करी का काला खेल खेला जाता था।