जयपुर। राजस्थान में पिछले सात दिन से जारी डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है और डॉक्टर कल से अपने-अपने काम पर वापस आ जाएंगे। बता दें कि डॉक्टरों की हड़ताल खत्म करवाने के लिए सरकार ने उनकी 33 सूत्रीय मांगों को मान लिया है। इन मांगों को लेकर सरकार के पक्षकर्ता और डॉक्टर नेताओं ने आपस में सलहा-मशवरा करने के बाद समझौते के ड्राफ्ट पर दोनों पक्षों ने हस्ताक्षर किए। गौरतलब है कि एक बार को तो डॉक्टरों के नेता चौधरी ने सरकार के साथ सलाह-मशवरा करने से इनकार कर दिया था उन्होंने मंत्री और अफसरों पर डॉक्टरों की मांगों को लेकर अडियल रवैया अपनाने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता नहीं छोड़ना चाहते। दरअसल, उस वक्त रेजीडेंट डॉक्टर्स की मांगों, ग्रेड पे, एरियर और एकल पारी में ड्यूटी की मांग पर गतिरोध बना हुआ था। वहीं सारे बवाल के बाद रात को करीब साढ़े आठ बजे सेवारत चिकित्सकों की मांगों पर सहमति बनी। बैठक के बाद सेवारत डॉक्टर्स का प्रतिनिधिमंडल वार्ता से बाहर आए और रेजीडेंट डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंजल को बुलवाया। इसके बाद रेजीडेंट डॉक्टर्स के मांग पत्र पर विचार हुआ। रात करीब 11:30 बजे हड़ताल समाप्त करने की औपचारिक घोषणा हुई।
बेपटरी चिकित्सा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए एक बार सेवारत चिकित्सक संघ के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत के प्रयास हुए, लेकिन सरकार के साथ वार्ता विफल हुई। इसके बाद सरकार ने धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टरों पर दबाव बनाने के लिए रेस्मा लागू किया और आंदोलनकारी चिकित्सकों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी। कुछ चिकित्सकों को अरेस्ट भी किया गया।