जयपुर। राजस्थान की अजमेर और अलवर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा पर होने वाले उपचुनाव में कुल 62 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया है, लेकिन यहां खास बात ये है कि इन उम्मीदवारों में एक भी उम्मीदवार महिला नहीं है। राजस्थान की किसी भी राजनीतिक पार्टी ने इस चुनाव में किसी भी महिला को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया है। केवल महिला सशक्तिकरण की बात कर राजनीति करने वाली इन पार्टियों ने हमेशा की तरह क्षेत्रवाद, जातिवाद और वंशवाद के आधार पर टिकिट दिए हैं।
आपको बता दें कि अजमेर, अलवर लोकसभा व मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन का बुधवार को आखिरी दिन था। चुनाव आयोग की जानकारी के अनुसार नामांकन अंतिम दिन तक तीन उपचुनावों के लिए कुल 62 उम्मीदवार मैदान में हैं। हालांकि नाम वापसी की तारीख 15 जनवरी है इसके बाद अंतिम लिस्ट जारी होगी। हालांकि नाम वापसी की तारीख 15 जनवरी है इसके बाद अंतिम लिस्ट जारी होगी।
राजस्थान में बीते चार वर्ष से कमान संभाले मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के अतिरिक्त और कई महिला नेतृत्व भाजपा सामने नहीं ला सकी है। तीन उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामों पर मंथन के दौरान भाजपा ने किसी महिला उम्मीदवार के नाम पर विचार तक नहीं किया। ऐसा ही कुछ कांग्रेस ने किया है। करीब 20 वर्ष तक कांग्रेस की अध्यक्ष रही सोनिया गांधी केवल महिला सशक्तिकरण बात करती रही लेकिन पार्टी ने महिला उम्मीदवारों पर कम ही भरोसा व्यक्त किया है।