नई दिल्ली। रेल मंत्रालय ने बजट 2016-17 में की गई घोषणा के अनुरूप ओडिशा में जेपोर एवं नवरंगपुर के बीच नई बड़ी रेल (बीजी) लाइन को मंजूरी दे दी है। नई बीजी लाइन की कुल लंबाई 38 किलोमीटर है। इस परियोजना पर 747.91 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह परियोजना तीन वर्षों में पूरी होगी। इस परियोजना को लागत में हिस्सेदारी के आधार पर क्रियान्वित किया जाएगा (जीबीएस के तहत रेल मंत्रालय द्वारा 50 प्रतिशत राशि और उड़ीसा सरकार द्वारा 50 प्रतिशत राशि मुहैया कराई जाएगी)।
यह परियोजना पश्चिमी उड़ीसा के नवरंगपुर जिले को कोट्टावालसा-किरान्दुल लाइन पर अवस्थित मौजूदा स्टेशन जेपोर को आपस में जोड़ने के लिहाज से महत्वपूर्ण है। यह रेल लाइन महत्वपूर्ण शहरों यथा कोरापुट, जेपोर, जगदलपुर एवं दांतेवाड़ा को कनेक्टिविटी मुहैया कराएगी।
इतना ही नहीं, यह रेल लाइन नवरंगपुर को जूनागढ़/कालाहांडी जिले से जोड़ने के लिहाज से भी उपयोगी है। इस रेल लाइन से ओडिशा, छत्तीसगढ़ एवं आंध्र प्रदेश के कई अन्य स्थानों की दूरी भी घट जाएगी। इसके अलावा, ओडिशा सरकार जमीन की पूरी लागत के साथ-साथ परियोजना की निर्माण लागत के 50 प्रतिशत हिस्से को भी वहन करेगी।
परियोजना पूरी हो जाने के बाद यह महत्वपूर्ण रेल लाइन पश्चिमी ओडिशा के नवरंगपुर जिले (जो रेल लाइन से जुड़ा हुआ नहीं है) को कोट्टावालसा-किरान्दुल लाइन पर अवस्थित मौजूदा स्टेशन जेपोर से कनेक्ट कर देगी। अतः इसके साथ ही अन्य महत्वपूर्ण शहर यथा कोरापुट, जेपोर, जगदलपुर और दांतेवाड़ा भी इससे जुड़ जाएंगे।
यह रेल लाइन नवरंगपुर को जूनागढ़/कालाहांडी से भी जोड़ देगी और इसके परिणामस्वरूप ओडिशा, छत्तीसगढ़ एवं आंध्र प्रदेश के कई अन्य स्थानों की दूरी भी घट जाएगी। इसके अलावा, इस रूट पर पड़ने वाले विभिन्न गांवों से अनेक वस्तुओं यथा मक्का, चावल, उर्वरक, सीमेंट, गेहूं, पीओएल इत्यादि की ढुलाई होने की आशा है।