नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भारत के समय के मुताबिक बीते मंगलवार की देर रात अमेरिका की प्रिंस्टन यूनिवर्सिटी के छात्र से मिले। इस मुलाकात के दौरान राहुल ने जमकर मोदी सरकार का जमकर आलोचना कि और पीएम मोदी पर जमकर निशाना साधा। र्हुल ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी सरकार रोजगार देने में फेल रही। है। राहुल गांधी ने राजनीतिक प्रणाली के केंद्रीयकरण और रोजगार सृजन में कमी को मौजूदा भारत की केंद्रीय समस्या बताई। शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में कम बजट की ओर भी राहुल ने इशारा किया।
बता दें कि नौकरियों को लेकर राहुल ने कहा कि जितनी नौकरियां पैदा होनी चाहिए थी, नहीं हुई हैं। नौकरी सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है। हर दिन बाजार में 30,000 बेरोजगार युवक आ रहे हैं। लेकिन नौकरियां सिर्फ 400 पैदा हो पा रही हैं। राहुल ने अगले सवाल का जवाब देते हुए कहा कि चुनौतियों की न तो गिनती है और न ही वक्त वो आती रहती हैं। लोकिन ऐसा नहीं है कि उन चुनोतियों से भाग जाएं। बल्कि सिस्टम को उनसे लड़ने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। हम मानते हैं कि कुछ बड़ी चुनौतियां सामने आ रही हैं। लेकिन हमे ये भी दिख रहा है कि सिस्टम भी उन चुनौतियों से लड़ने में कमी कर रहा है।
वहीं केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई ‘मेक इन इंडिया’ योजना का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि मेरे ख्याल से मेक इन इंडिया का लक्ष्य छोटे-छोटे उद्योगों को लाभ पहुंचाना होना चाहिए था, लेकिन इसके तहत अभी बड़े उद्योगों को टार्गेट किया जा रहा है। देश के राजनीतिक माहौल पर राहुल का कहना है कि राजनीतिक प्रणाली का केंद्रीयकरण आज की तारीख में भारत की केंद्रीय समस्या बन गया है। कानून निर्माण की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाए जाने की जरूरत है और उस पर और ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। इसे मैं पार्टी के अंदर लागू करने की कोशिश भी करता रहता हूं। जबकि कुछ लोग इसके खिलाफ है कुछ लोगों को ये पंसद नहीं आता। क्योंकि वो मानते हैं कि यह शांति भंग करने वाला है।