नई दिल्ली। सहारनपुर में हुई जातीय हिंसा की आग अभी ठंडी नहीं हुई है। इसी आग में अपनी राजनीति की रोटियां सेंकने पहले बसपा सुप्रीमो मायावती सहारनपुर आई थीं। लेकिन उनके जाते ही जातीय हिंसा की आग थमने के बजाय और ज्यादा तेज हो गई थी। अब कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहारनपुर आने की बात कह रहे हैं। इसके बाद ही प्रशासन ने उनके सहारनपुर आने को लेकर अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
प्रशासन से अनुमति ना मिलने के बाद भी कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी अपने सहारनपुर दौरे के लिए दिल्ली से सड़क मार्ग के जरिए निकल चुके हैं। आज सुबह ही गुलाम नबी आजाद और राजबब्बर उनके आवास पर पहुंचे । सूत्रों की माने तो राहुल के इस दौरे में सूबे के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी आ सकते हैं। बता दें कि बीते 4 हफ्ते से सहारनपुर के हालात जातीय हिंसा की मार झेल रहे हैं।
इसके पहले जिले में बिगड़े हालात को लेकर सूबे की योगी सरकार ने सख्त तेवर अपनाते हुए डी एम और एस एस पी को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही कमिश्नर और डी आई जी का तबादला हो गया था। जिले में सूबे के आलाधिकारी कैम्प कर रहे हैं। लोगों से बातचीत और शांति की अपील कर समझाने के प्रयास कर शांति बहाली करने का प्रयास कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि हम हिंसा के हर पहलू पर जांच कर रहे हैं। हालात अभी सामान्य नहीं हैं ऐसे में किसी राजनीतिक दल के प्रतिनिधियों के आने से हालात बेकाबू होने की सम्भावना है।