यूपी के रायबरेली में एक काफी बड़ा हादसा हो गया है। यहां एनटीसीपी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की 6वीं इकाई में ब्वायलर की राख वाली पाइप लाइन अचानक से फट गई। हादसा इतना ज्यादा भयानक था कि इसमें मौके पर मौजूद 30 से ज्यादा श्रमिकों की मौत हो गई है तथा 100 से ज्यादा श्रमिकों के घायल होने की खबर सामने आ रही है। बुधवार रात हुए इस हादसे के बाद प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है।
इस घटना के बाद सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर अपना दुख जताया है। पूर्व सीएम ने ट्वीट किया कि ‘बेहद दुखद और दर्दनाक! NTPC ऊंचाहार में गंभीर हादसा! मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना! घायलों की हर संभव मदद करे सरकार!’ वही दूसरी तरफ कांग्रेस की तरफ से भी इस हादसे के प्रति दुख जताया गया है। इस सिलसिले में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुरुवार को रायबरेली जाने वाले हैं। यहां पर पीड़ितों से मिलने वाले हैं। पीड़ितों से मिलने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात के लिए रवाना हो जाएंगे।
बेहद दुखद और दर्दनाक! NTPC ऊंचाहार में गंभीर हादसा! मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना! घायलों की हर संभव मदद करे सरकार!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 1, 2017
दूसरी तरफ हादसा सामने आने के बाद यह खबर जब पीएम मोदी के पास गई तो उन्होंने भी इस हादसे के बाद अपना दुख प्रकट किया है। ट्वीट कर पीएम मोदी ने कहा कि वह इस हादसे के बाद काफी दुखी हैं तथा स्थिति को संभालने की लगातार कोशिश की जा रही है। पीएम ने कहा है कि उन्हें इस हादसे के बाद काफी दुख हुआ है तथा लगातार स्थिति को सामान्य करने का प्रयास किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि वह कामना करते हैं कि घायलों की हालत में जल्द सुधार हो।
Deeply pained by the accident at the NTPC plant in Raebareli. My thoughts are with the bereaved families. May the injured recover quickly. The situation is being closely monitored & officials are ensuring normalcy is restored: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) November 1, 2017
हादसे के बाद कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सभी घायलों को नजदीकी नीजि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कुछ घायल ऐसे भी हैं जिन्हें एनटीपीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद अभी तक किसी भी एनटीपीसी अधिकारी का बयान सामने नहीं आया है। हादसे के वक्त जानकारी है कि एनटीपीसी की सभी 6 इकाइयों में विद्युत उत्पादन का काम चल रहा था। यह भयंकर विस्फोट उस पाइप लाइन में हुआ है जिसमें ब्वायलर से राख निकाली जाती है।