नई दिल्ली। रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने रूस को चेतावनी देते हुए कहा कि 755 राजनयिकों को रूस छोड़ना होगा। पुतिन ने रूस मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये भी हो सकता है कि लंबे समय तक वॉशिंगटन के साथ रिश्ते सहा न हो। रीस ने ये कदम अमेरिका की ओर से कड़े प्रतिबंध लागू करने की वजह से उठाया है।
बता दें कि विदेश मंत्रालय ने मांग करते हुए कहा था कि पहले वॉशिंगटन रूस में सितम्बर तक राजनयिकों की संख्या कम कर 455 तक करे। क्योंकि रूस में राजनयिकों की संख्या बहुत ज्यादा है। इतने ही रूसी राजनयिक अमेरिका में हैं। पुतिन ने रोसिया-24 टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में कहा कि अमेरिका के दूतावास और महावाणिज्य दूतावासों में एक हजार से ज्यादा लोग काम कर रहे थे और अब भी काम कर रहे हैं।
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि 755 लोगों को रूस में अपना काम बंद करना होगा। पुतिन ने कहा कि वॉशिंगटन के साथ रूस के संबंधों में जल्द कोई बदलाव की उम्मीद नहीं है। उनका कहना है कि हमने बहुत इंतजार किया, हमें उम्मीद थी कि स्थिति बेहतर होगी। लेकिन स्थिति सुधरने के कोई आसार लहीं दिखाई दें रहे हैं। पुतिन ने कहा कि ऐसा लगता है कि अगर संबंधों में बदलाव आते हैं, तो यह जल्दी नहीं होगा। अमेरिकी सीनेट ने बृहस्पतिवार को एक विधेयक को मंजूरी दी जिसमें 2016 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में रूस के कथित तौर पर संलिप्त रहने और 2014 में क्रीमिया पर कब्जे के लिए प्रतिबंध कड़े करने की बात कही गई है। प्रतिबंध वाले विधेयक में ईरान और उत्तर कोरिया भी निशाने पर हैं।