देहरादून। बतौर राष्ट्रपति अपना पद संभालने के बाद पहली बार सूबे के दौरे पर 23 सितंबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उत्तराखंड आ रहे हैं। देवभूमि से राष्ट्रपति कोविंद का नाता बहुत पुराना है। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी रामनाथ कोविंद ने उत्तराखंड का दौरा किया था। जहां पर उन्होने भाजपा के नेताओं और विधायकों से मुलाकात कर अपने पक्ष में मतदान करने की अपील की थी। अब राष्ट्रपति कोविंद फिर एक बार देवभूमि के दौरे पर हैं। लेकिन इस बार वो अपने राष्ट्राध्यक्ष होने के बाद पहली बार यहां के दौरे पर आ रहे हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का देवभूमि से नाता 17 साल पुराना है। जब वो राज्यसभा सांसद थे उस वक्त भी वह यहां हरिद्वार दिव्य प्रेम सेवा आश्रम में उन्होने 25 लाख की धनराशि अपने सांसद निधि से दी थी। बिहार के राज्यपाल रहते हुए भी रामनाथ कोविंद हरिग्वार के दिव्य प्रेम आश्रम में आते रहे हैं। इसके साथ ही पौड़ी जिले के गंगा भोगपुर तल्ला गांव से भी उनका नाता बड़ा पुराना है। उन्होने वहां के स्कूलों की भी बड़ी मदद की थी। कुष्ठ रोगियों की मदद के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कई काम यहां पर किए हैं।
राष्ट्रपति कोविंद यहां पर बाबा केदारनाथ के दर्शन करने भी जायेंगे। इसको लेकर प्रशासन सारे अधूरे कामों को युद्ध स्तर पर पूरा करने में जुटा है। बीते दिनों सूबे में पर्यटन को बढ़ाने के लिए बद्रीनाथ और केदारनाथ के दौरे के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने यहां का दौरा किया था। जिसको पर्यटन विभाग उत्तराखंड और भारत सरकार ने सूबे में पर्यटन को बढाने के उद्देश्य से ऐसा किया था।