वाराणसी। कैंट पुलिस ने बीते गुरुवार को छावनी क्षेत्र स्थित एक कबाड़ी की दुकान पर दो बोरी चिट्ठियां बेचते वक्त कैट प्रधान डाकघर के डाकिया दुर्गा प्रसाद सिंह को गिरफ्तार किया। पुलिस ने करीब 300 चिट्ठियां बरामद की जिसमें एक चिठी किसी बहन की थी जो अपने भाई को चिठी द्वारा राखी भेजना चाहती थी। एक आधार कार्ड, एक पत्रिका की है। वहीं बिहार के समस्तीपुर निवासी आरोपी डाकिए का कहना है कि सहकर्मी के साथ विवाद के चलते उसे साजिशन फंसाया गया है।
बता दें कि कैंट थाना प्रभारी निरीक्षक फरीद अहमद का कहना है कि सुत्र से जानकारी मिली थी कि एक डाकिया कबाड़ी की दुकान पर चिट्ठियां रद्दी के भाव बेच रहा है। जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी को राजेद्र प्रसाद की कबाड़ की दुकान से दबोच लिया। आरोपी ने बताया कि वह मंडुआडीह स्थित डाकघर मे ग्रामीण डाक सेवक पद पर कार्यरत था। सात माह से वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कैट डाक घर मे लगाया गया है।
साथ ही रजिस्ट्री बांटने जा रहा था कि तभी दो लोग मिले और खुद को विजिलेस विभाग का बताकर उसे जबरदस्ती कबाड़ की दुकान पर ले गए और पुलिस को भी बुला लिया। दोनो के पास चिट्ठियो की बोरी थी। पुलिस ने कबाड़ी को भी हिरासत मे ले लिया लेकिन उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नही की गई। पुलिस ने इसकी सूचना प्रधान डाक पाल को दी है। इसकी जानकारी मिलते ही डाक विभाग के कर्मचारी थाने पहुंचकर चिट्ठियो की पड़ताल करने मे जुट गए थे।