घाटी में इन दिनों तनाव का माहौल बना हुआ है। आतंकी लगातार सक्रिय होकर सेना के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। वही आने वाले कुछ दिनों में अब अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है। ऐसे में अमरनाथ यात्रा को देखते हुए सेना सतर्क हो गई है। सेना को आशंका है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। वही आशंका जताई जा रही है कि इस बार आतंकी खुद पुलिस को ही अपने निशाने पर ले सकते हैं। इसके मद्देनजर पुलिसकर्मयों को भी सार्वजनिक स्थल पर नवाज अता ना करने की नसीहत दी गई है। वही सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट्स मिले हैं कि इस बार आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में है। जानकारी है कि आतंकियों को बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों और यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को खत्म करने के निर्देश दिए गए हैं।
वही आतंकियों की सक्रियता को देखते हुए केंद्र सरकार के साथ साथ राज्य सरकार भी उचित कदम उठा रही है। वही सेना को किसी भी घटना से सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी मिली है कि अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी यहां का माहौल बिगाड़ने में इस बार किसी भी स्तर तक जा सकते हैं। यहा बड़ा हमला कराकर देश का माहौल खराब करने में आतंकी अपने घटिया मनसूबे को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में सभी पुलिस अधिकारी समेत सेना को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। वही सभी पुलिसकर्मयों को निर्देस दिया गया है कि वह किसी भी सार्वजनिक स्थल पर जाकर नमाज अता ना करें।
आपको बता दें कि अलगाववादी नेता सईद अली शाह ने यह वादा किया था कि अमरनाथ यात्रा में किसी भी श्रद्धालु को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि अमरनाथ में यात्री बिना डर के यात्रा करें और वह वादा करते हैं कि इस यात्रा में किसी भी यात्री को नुकसान का सामना नहीं करना पड़ेगा। गौरतलब है कश्मीर ईद के दिन भी शांत नहीं है। घाटी में लगी आतंकी की आग तो जल रही है। लेकिन यहां पर लोग इन आतंकियों के बचाने के लिए सेना पर पत्थरबाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। कश्मीर के अनंतनाग और जंगलातमंडी में आज ईद के पाक त्यौहार के मौके पर भी सीआरपीएफ कैंप पर पत्थरबाजों की पत्थरबाजी होती रही। इन पत्थरबाजों को इसके लिए पैसे दिए जाते हैं। इस बात के कई सबूत सेना के हाथ भी लगे हैं। इसके साथ ही घाटी के माहौल को खराब करने के लिए हुर्रियत को फंडिंग की जा रही है।