हरदोई। पुलिस के हाथों बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए एक अवैध असलहा फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। बीहड़ जंगल में बने एक कच्ची कोठरी से असलहा फैक्ट्री पकड़ी गई है, जहां असलहों को बनाने का कारखाना और अवैध असलहों की खरीद फरोख्त का काम ज़ोर-शोर से किया जाता था। ताज्जुब की बात ये रही की पुलिस ने असलहों के जखीरे के साथ विदेशों के जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। जिससे ये अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि इस गैंग का इंटरनेशनल टच भी हो सकता है | हालंकि पुलिस के मुताबिक 15 वर्षो से आरोपी इस कार्य को कर रहे थे, तब सवाल ये भी उठता है की पुलिस अब तलक क्यों सोई हुई थी।
तस्वीरों में पुलिस की गिरफ्त में नज़र आ रहे ये 3 शख्स दरअसल आपराधिक दुनियां के बेताज बादशाह बताये जाते है। इनका नाम संतराम, अखिलेश और सुभाष पांडेय है, जो थाना टड़ियावां जनपद हरदोई के रहने वाले है, इनका काम बेहद शातिराना है, ये आपराधिक दुनिया में इस्तेमाल होने वाले एक से बढ़ कर एक असलहे तैयार करते है, फिर चाहे वो तमंचा हो या बन्दूक हर तोड़ का जोड़ इसके पास है, इसके अलावा ये खाली कारतूसों को भी बढ़िया ढंग से भरना जानते है तथा कारतूसों को ज़िंदा कर इसांनियत को सुला देना ही इनका मकसद रहता है।
ये शातिर ऐसे ही पुलिस की गिरफ्त में नहीं आये बल्कि तमंचों के सप्लायर को जब पुलिस ने गिरफ्तार किया और तबियत से उनकी खातिर दारी हुई, तब इस कारखाने का पर्दाफाश हुआ है। थाना टड़ियावां के पहाड़पुर इलाके में एक गांव किनारे जंगलों में बनी कच्ची कोठरी जो की आरोपी संतराम की है इस पर जब पुलिस ने रेड़ की तो उसकी आंखे फटी की फटी रह गयीं। पूरे कारखाना का सैटप वहां लगा हुआ था, मौके से मुख्य आरोपी संतराम ,अखिलेश और सुभाष पांडेय को गिरफ्तार किया गया। जहां से भारी मात्रा में 12 बोर के मेड इन फ्रांस कारतूस, 315 बोर के 05 तमंचे, 312 बोर का एक तमंचा, एक अद्धी, एक बन्दूक, व 3 दर्जन से अधिक 12 व 15 बोर के कारतूस जिंदा व मिस हुए मिले हैं। इसके अलावा असलहा बनाने का सामान भी भरी मात्रा में बरामद हुआ है। पुलिस ने तीनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया है। वहीं पुलिस टीम को एसपी विपिन मिश्रा ने 5000 का इनाम दिया है।