नई दिल्ली। पश्चिमी जिले के मोति नगर इलाके में पुलिस के पेट्रोल पंप से डीजल की जगह पानी भरने का मामला सामने आया है। एक वरिष्ठ अधिकारी की गाड़ी समेत करीब आधा दर्जन पीसीआर वैन में डीजल की जगह पानी भर दिया गया। जिससे ये सभी गाड़ियां खराब हो गईं। पुलिस ने इस बाबत सरकारी कर्मचारी द्वारा अमानत में खयानत का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि मोती नगर थाने के समीप दिल्ली पुलिस का पेट्रोल पंप है। इस पेट्रोल पंप से केवल पुलिस की गाड़ियों में पेट्रोल और डीजल भरा जाता है।
बीते 28 मई को एक वरिष्ठ अधिकारी की गाड़ी मोती नगर स्थित पंप पर पहुंची। उनकी गाड़ी में डीजल भरा गया। इसके बाद गाड़ी वहां से चली, लेकिन मायापुरी पहुंचने पर गाड़ी बंद हो गई। काफी कोशिश करने के बाद जब गाड़ी नहीं चालू नहीं हुई तो उसे क्रेन की मदद से उठाकर मरम्मत के लिए गैराज पहुंचाया गया।
बता दें कि गैराज में जाकर पता चला कि गाड़ी में भरे गए डीजल में पानी है। इस बीच पता चला कि डीजल भरने से पीसीआर की छह इनोवा गाड़ियों में भी खराबी आई है। इन गाड़ियों को भी मरम्मत के लिए गैराज में पहुंचाया गया। वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी की मानें तो पंप पर पेट्रोल व डीजल भरने की जिम्मेदारी वहां तैनात हेडकांस्टेबल व कांस्टेबल की होती है। डीजल टैंक में डीजल की जगह पानी कैसे पहुंचा, यह जानने के लिए उनसे पूछताछ हो रही है।
जांच में 1100 लीटर पानी निकला
पुलिस का कहना है कि घटना का पता चलने पर बिजवासन स्थित इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। उन्होंने पंप पर बने डीजल के टैंक की जांच की। जांच करने के बाद उन्होंने बताया कि टैंक में करीब 1100 लीटर पानी भरा हुआ है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।