गुवाहाटी। भारत के सबसे लंबे धौला-सदिया रोड ब्रिज का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 24 मई को उद्घाटन करने के लिए असम आ रहे हैं। असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने के लिए ब्रह्मपुत्र नद पर बने 9.15 किमी लंबे ब्रिज के खुल जाने से दोनों राज्यो के बीच आवागमन में काफी सुगमता होगी।
इस पुल के खुल जाने से दोनों राज्यों के नागरिकों के आवागमन के समय का काफी कमी आएगी। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में वर्ष 2011 में इस पुल का निर्माण कार्य आरंभ हुआ था। 950 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस पुल के उद्घाटन के लिए असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने स्वयं प्रधानमंत्री से मिलकर उन्हें आमंत्रित किया है।
ज्ञात हो कि 24 मई को ही प्रधानमंत्री असम की राजधानी के पास चांगसारी में बनने वाले एम्स की आधारशिला भी रखेंगे। इसके साथ ही भाजपानीत असम सरकार के एक वर्ष पूरे होने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भी प्रधानमंत्री हिस्सा लेंगे। ज्ञात हो कि असम सरकार ने 28 जून, 2016 में चांगसारी में एम्स के निर्माण के लिए 571 एकड़ से अधिक भूमि केंद्र सरकार को मुहैया करा दिया था। लगभग 1000 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एम्स के स्थान को लेकर राज्य में काफी आंदोलन हो चुके हैं।
कुछ क पार्टियां व संगठन चांगसारी के बदले एम्स का निर्माण मध्य असम के नगांव जिले में बनाने की मांग को लेकर आंदोलन किया था। वहीं राज्य सरकार ने बताया कि एम्स कहां बनेगा इसका निर्णय केंद्र सरकार तय करेगी। इसमें राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है। केंद्र सरकार ने सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एम्स का निर्माण चांगसारी में करने का निर्णय लिया।