नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मानसून सत्र से पहले होने वाले सर्वदलीय बैठक में सभी राजनीतिक दलों से लोकसभा-राज्यसभा के कामकाज के ठीक से संचालन में सहयोग देने की अपील की है। पीएम मोदी ने इस दौरान विपक्ष के कई सवालों के जवाब भी दिए। पीएम ने गौरक्षा के नाम पर हो रही हिंसा पर कड़ी कार्यवाई करने की बात कही है। इसके लिए पीएम मोदी ने राज्य सरकारों को ऐसे तत्वों पर कार्यवाई करने की बात भी कही। पीएम मोदी ने रविवार को सोशल मीडिया ट्विटर पर बैठक की जानकारी दी।
पीएम मोदी ने कथित गौ रक्षकों पर कड़ी कार्यवाई के दिए निर्देश
पीएम मोदी ने कहा, ‘गौरक्षा को कुछ असामाजिक तत्वों ने अराजकता फैलाने का माध्यम बना लिया है। इसका फायदा देश में सौहार्द बिगाड़ने में लगे लोग भी उठा रहे हैं। देश की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है। राज्य सरकारों को ऐसे असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। गाय को हमारे यहां मां मानते हैं, लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं लेकिन यह समझना होगा कि गौ रक्षा के लिए कानून हैं और इन्हें तोड़ना विकल्प नहीं है। कानून व्यवस्था को बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है और जहां भी ऐसी घटनाएं हो रही हैं, राज्य सरकारों को इनसे सख्ती से निपटना चाहिए। राज्य सरकारों को ये भी देखना चाहिए कि कहीं कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी का बदला तो नहीं ले रहे हैं। हम सभी राजनीतिक दलों को गौरक्षा के नाम पर हो रही इस गुंडागर्दी की कड़ी भर्त्सना करनी चाहिए।’
पीएम मोदी ने भ्रष्टाचार पर विपक्ष से मांगा सहयोग
पीएम मोदी ने कहा कि कई दशकों से नेताओं की साख हमारे बीच के ही कुछ नेताओं के बर्ताव की वजह से कठघरे में हैं। हमें जनता को भरोसा दिलाना होगा कि हर नेता दागी नहीं है। सार्वजनिक जीवन में स्वच्छता के साथ ही भ्रष्ट नेताओं पर कार्रवाई आवश्यक है। हर दल ऐसे नेताओं को पहचानकर अपने दल की राजनीतिक यात्रा से अलग करें। देश को लूटनेवालों के खिलाफ जब कानून अपना काम करता है तो सियासी साजिश की बात करके बचने का रास्ता खोजने वालों के विरुद्ध एकजुट होना होगा।
पीएम मोदी ने जीएसटी पर सभी दलों का जताया आभार
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि मॉनसून सत्र में भी समय, संसाधन और सदन की मर्यादा का ध्यान रखते हुए सार्थक विचार-मंथन होगा। जीएसटी के समय जिस तरह से सभी राजनीतिक दल एक साथ आए, इसके लिए सभी दल धन्यवाद के पात्र हैं। जीएसटी लागू हुए 15 दिन से ज्यादा हो रहे हैं और इन 15 दिनों में ही कई सकारात्मक परिणाम दिखाई देने लगे हैं।
बजट सत्र एक माह पहले करने से सकारात्मक परिणाम आये: पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा, ‘पिछले बजट सत्र को एक महीने पहले करने के अच्छे परिणाम आये हैं। कैग के अनुसार पिछले साल अप्रैल जून के मुकाबले इस बार 30% ज्यादा राशि खर्च हुई। इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े परियोजनाओं में इस बार पूंजीगत व्यय पिछले साल के मुकाबले 49 प्रतिशत बढ़ा है।’
देश के कई हिस्सों में और विशेषकर उत्तर पूर्व के राज्यों में बाढ़ की वजह से उत्पन्न हालात पर केंद्र सरकार राज्यों के संपर्क में है। पीएम मोदी ने कहा, ‘9 अगस्त को अगस्त क्रांति के 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं। यह अवसर देश की स्वतंत्रता के लिए अपना जीवन खपा देने वाले महान सपूतों को याद करने का है। ये अवसर युवा पीढ़ी को अगस्त क्रांति का महत्व बताने का है। मेरा अनुरोध है कि दोनों सदनों व देश भर में इस अवसर पर कार्यक्रमों का आयोजन हो।’
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति चुनाव में वोट करने की अपील की
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार के राष्ट्रपति चुनाव ऐतिहासिक है। संभवत: पहली बार किसी भी दल ने दूसरे उम्मीदवार पर अमर्यादित टिप्पणी या बेवजह बयानबाजी नहीं की। सभी दलों ने इस चुनाव की गरिमा का ध्यान रखा। यह हमारे लोकतंत्र की परिपक्वता की ऊंचाई है। अब हमें सुनिश्चित करना है कि एक भी वोट बेकार न जाए।
बैठक में वित्त एवं रक्षा मंत्री अरुण जेटली, संसदीय कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, एसएस अहलूवालिया, केंद्रीय मंत्री और अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अकाली दल के गुजराल, बीजू जनता दल से भृतहरि महताब, सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी, लोजपा नेता चिराग पासवान, एनसीपी नेता शरद पवार, सपा नेता मुलायम सिंह, नरेश अग्रवाल, सीपीआई के डी. राजा, राजद से जेपी यादव, केंद्रीय मंत्री और आरपीआई नेता रामदास अठावले, केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा, एनसी से फारूख अब्दुल्ला, जेडीएस से पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के अलावा अन्य दलों के नेता शामिल हुए।