रियो ओलम्पिक में सिल्वर मेडल जीतकर सिंधु ने रचा इतिहास
नई दिल्ली। इस साल ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में आयोजित रियो ओलम्पिक में भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु ने रजत पदक जीतकर इतिहास रच दिया। जिसके बाद सिंधु अकेली ऐसी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बन गई जिन्होंने ओलम्पिक में महिला एकल बैडमिंटन रजत पदक जीता है। इसके साथ-साथ सिंधु भारत की नेशनल चैम्पियन भी रह चुकी हैं। 21 वर्षीय सिंधु ने नवंबर में चीन में आयोजित चाइना ओपन का खिताब भी अपने नाम किया है। सेमीफाइनल मुकाबले में सिंधू ने छठी रैंकिंग पर खेल रही जापान की नोजोमी ओकुहारा को सीधे सेटों में 21-19 और 21-10 से हराकर अपना विजय परचम लहराया। इस वर्ष सिंधु को खेल जगत में उनके अभिन्न योगदान के लिए भारत की ओर से सर्वोच्च सम्मान पदक पद्म श्री, और अर्जुन पुरूस्कार से सम्मानित किया गया।
रियो में महिला कुश्ती में कांस्य पदक दिलाकर छाई साक्षी मलिक
ब्राजील के रियो डि जेनेरियो में हुए 2016 रियो ओलम्पिक में कांस्य पदक जीतकर साक्षी पूरे देश में छा गई। भारत को ओलंपिक पदक दिलाने वाली साक्षी पहली महिला पहलवान बनी। इससे पहले साक्षी ने ग्लासगो में आयोजित राष्ट्रमण्डल खेलों में भी भारत की तरफ से खेलते हुए रजत पदक जीता था। साक्षी का जन्म 3 सितम्बर को 1992 में हरियाणा के रोहतक में हुआ था।
ओलम्पिक जिमनास्ट फाइनल में पहुंची दीपा ने बढ़ाया गौरव
रियो में भारत का प्रतिनिधित्व कर रही जिमनास्ट दीपा करमाकर ने 31वें ओलम्पिक खेलों में वॅाल्ट स्पर्धा के फाइनल में एंटी लेकर भारत का सिर गर्व से ऊँचा उठा दिया। फाइनल में दीपा बहुत ही कम अंतर से कांस्य पदक पाने से चूक गईं। अब तक किसी भी ओलंपिक में प्रतिभाग कर पाने वाली दीपा पहली भारतीय महिला जिम्नास्ट हैं। 52 सालों के बाद भारत की ओर से जिमनास्ट में प्रवेश करने वाली दीपा का पूरे देश ने अभिवादन किया।
साहस से भरी दीपा मलिक ने पैरालिंपिक खेलों में दिखाया दम
रियो पैरालिंपिक खेल में दीपा मलिक ने शॉट-पुट में 4.61 मीटर तक गोला फेंक दूसरे स्थान पर रहने वाली दीपा मलिक ने रजत पदक जीतकर देश के सम्मान में चार चांद लगा दिए। साहस और आत्मविश्वास से भरी दीपा उन सभी लोगों के लिए मिसाल बनकर आईं जो खुद को विक्लांग समझ आगे नहीं बढ़ते। पैरालिंपिक खेलों में भारत को मेडल दिलाने वाली दीपा मलिक पहली भारतीय महिला बनीं।