नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव ने बीती 4 मई को दिल्ली में प्रेस कांफ्रेस कर बताया था कि आने वाले कुछ दिनों में पतंजलि देश का सबसे बड़ा स्वदेशी ब्रांड होने वाला है। लेकिन इसी बीच एक खबर आ रही है जिसमें पतंजलि के दो दर्जन से अधिक आयुर्वेद आइटम के सैम्पल जांच में फेल हो गए हैं।
हरिद्वार आयुर्वेद यूनानी ऑफिस में ये जांच हुई थी। आरटीआई के अनुसार वर्ष 2013 और 2016 के बीच पतंजलि के 82 सैम्पल इकट्टा किए गए थे। जिसमें से 32 सैम्पल जांच में फेल पाए गए हैं । हालाकि पतंजलि ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया है। पतंजलि मीडिया प्रभारी ने बताया कि ये सारी बातें सिर्फ हमें बदनाम करने के लिए फैलाई जा रही है। हम पिछले काफी समय से मीडिया ट्रायल का शिकार हो जाते हैं फिर जांच में हम निर्दोष साबित होते हैं।
इसके पहले दिल्ली में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बाबा रामदेव ने कहा था कि, पतंजलि का टर्नओवर 10 हजार 561 करोड़ हो गया है और कंपनी 100 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि पतंजलि 1 से 2 साल में सबसे बड़ा स्वदेशी ब्रांड होगा। इस समय पतंजलि की 30-35 हजार करोड़ सालाना की प्रोडक्शन कैपिसिटी है। अगले साल तक यह क्षमता 60 हजार करोड़ तक होगी।