शुक्रवार को डेरा प्रमुख राम रहीम पर पंचकूला में सीबीआई की विशेष अदालत ने फैसला सुनाया और उन्हें दोषी करार दिया है। जिसके बाद कोर्ट से राम रहीम को सीधे अंबाला लेकर जाया गया है। 28 अगस्त को राम रहीम पर सजा के लिए सुनवाई होगी और अभी वह सेना की कस्टडी में रहेंगे। गुरमीत राम रहीम पर यौन शोषण का आरोप सिद्ध होने के बाद उनके समर्थकों में भी खासा रोष देखा जा रहा है।
डेरा समर्थकों द्वारा मचाते हुए हंगामे को देखते हुए दिल्ली में भी पुलिस को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। हरियाणा-पंजाब में कई जगहों पर लोगों द्वारा आगजनी मचाई जा रही है। राम रहीम के फैसले के बाद पंजाब के बरनाला में टेलिफोन एक्सचेंज में भी समर्थकों द्वारा भारी आगजनी मचाई गई है। यहां लोगों ने टेलिफोन एक्सचेंच को फूंक दिया। यहां पूरे इलाके में धूंआ-धूंआ फैल गया है। मामले को देखकर पंजाब के फिरोजपुर-बठिंडा में पुलिस द्वारा कर्फ्यू लगाया गया है। हरियाणा के पंचकूला में सबसे ज्यादा खतरनाक हालात बने हुए हैं। मामले को देखकर यहां पर भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां तक की आम लोगों की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया है, समर्थकों द्वारा बिजली-घर में भी
लोग आगजनी मचाने के बिल्कुल भी बाज नहीं आ रहे हैं। सड़कों पर लोगों के आने के कारण आम लोगों को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस और सेना भी उग्र हुई भीड़ के सामने बेबस नजर आ रही है। वाटर केनन के साथ पुलिस आंसू गैस के गोल के गोले तथा और भी बल का इस्तेमाल कर रही है। लेकिन फिर भी पंचकूला में हालात बेहद ही खराब हो गए हैं।
धारा 144 लागू होने के बाद भी इतनी भारी मात्रा में लोग पहुंचे इसपर काफी सारे सवाल उठाए जा रहे थे। जिसको लेकर कोर्ट द्वारा यह साफ कर दिया गया था कि अगर किसी भी तरह का जान-माल का नुकसान होता है तो इसके लिए डीजीपी जिम्मेदार होंगे। बता दें कि फैसला सुनाने के बाद भीड़ इतनी ज्यादा उग्र हो गई है कि वह मीडिया पर क्या पुलिस पर भी हमला करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस पर भी समर्थक पत्थरों से हमला कर रहे हैं। इस दौरान खबर है कि कई मीडिया कर्मी तथा पुलिस भी उग्र भीड़ का शिकार हुए हैं। इस दौरान उन्हें गंभीर चोटें भी आई हैं।