इस्लामाबाद। चर्चित पनामा पेपर मामले में फंसे पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनके परिवार को लेकर होने वाली सुनवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई है, जिसके चलते नवाज परिवार को अभी के लिए फोरी तौर पर राहत मिल गई है। पाकिस्तान की नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो कि अदालत ने उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के मामलों की सुनवाई चार दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी। आपको बता दें कि शरीफ ने कोर्ट से आग्रह किया था कि जब तक उनकी याचिका पर हाईकोर्ट का फैसला नहीं आ जाता,तब के लिए इस मामले की सुनवाई रोक दी जाए। इसके अलावा उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के तीन मामलों की सुनवाई के लिए इस्लामाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दी है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने इसी साल जुलाई में उन्हें पनामा पेपर मामले में दोषी मानते हुए तुरंत प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा देने का हुक्म सुनाया था, जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था और अगले चुनाव होने तक शाहीद खाकान अब्बासी को पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बना दिया था। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने उनके दोनों बेटों हसन और हुसैन, बेटी मरयम व दामाद सफदर के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दर्ज करने का आदेश दिया था, जिसकों लेकर एनएबी ने आठ सितंबर को मुकदमा दायर कर दिया था। इन्ही मामलों में शरीफ अपनी बेटी मरयम और दामाद सफदर के साथ एनएबी कोर्ट में पेश हुए थे।
सुनवाई के दौरान उनके वकील ने जज मुहम्मद बशीर से हाई कोर्ट का फैसला आने तक सुनवाई रोकने का आग्रह किया। शरीफ ने कोर्ट में बताया कि हाईकोर्ट ने उनकी अर्जी पर 23 नवंबर तक मामले को सुरक्षित रख लिया था और कोर्ट का फैसला अब किसी भी दिन आ सकता है। हालांकि एनएबी के अभियोजक ने इसका विरोध किया,लेकिन जज ने शरीफ की दलीले सुनने के बाद मामले की सुनवाई को चार दिसंबर तक के लिए टाल दिया। इसके पहले एनएबी कोर्ट ने सभी मामलों की एक साथ सुनवाई की मांग करने वाली शरीफ की याचिका को खारिज कर दिया था। इसके बाद उन्होंने हाई कोर्ट का रुख किया था।