इस्लामाबाद। सेना के साथ तनाव कम करने के क्रम में पाकिसतान सरकार ने नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे सोशल मीडिया पर सेना की आलोचना नहीं करें। यह जानकारी मंगलवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली। एक निजी चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने कहा है कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर ऐसी सामग्री नहीं पोस्ट करे जिससे ‘सेना की प्रतिष्ठा कम हो और उसका अपमान हो। इस चेतावनी के दो दिन पहले टीवी चैनलों को भी इस आशय के आदेश जारी कर दिए गए थे।
गौरतलब है कि एक प्रेस लीक के संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय की जांच रिपोर्ट को सेना ने ख़ारिज कर दिया था जिसके बाद सेना पर गणतंत्र का अपमान करने का आरोप लगया गया था। हाल के दिनों में पाकिस्तान में कई लोगों ने सोशल मीडिया के ज़रिए सेना के आला अधिकारियों पर हमले किए हैं। इनमें से कई के निशाने पर नए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा रहे हैं।
गृह मंत्री चौधरी निसार अली खान ने चेतावनी दी है कि यह एक गंभीर अपराध है और ऐसा करने वालों के साथ बेहद सख़्ती से पेश आया जाएगा। उन्होंने कहा है कि अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर सेना या सेना के अधिकारियों का अपमान करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रिपोर्ट के मुताबिक जिस दिन से डॉन ने सेना और सरकार के बीच तनाव की ख़बर दी है, उस दिन से कई तरह की प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कई लोगों ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा का मुद्दा बताया तो कई ने कहा कि डॉन ने वही बताया जो दशकों से जनता की नज़र में था।
विदित हो कि सन 1947 में आजादी के बाद से लगभग हमेशा ही देश में बड़े फ़ैसले प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सेना के अधीन ही रहे हैं।