उरई। उत्तर प्रदेश के उरई में बीते रविवार को आधी रात के बाद खाना खाकर ढाबे से लौट रहे कार सवारों की बाइक से जा रहे 2 युवकों से ओवरटेकिंग को लेकर मामूली कहा सुनी हो गई। इस बीच उन लोगों ने मेडिकल कालेज के अंदर से अपने साथियों को बुला लिया। हथियारों से लैस होकर आया मेडिकल छात्रों का जत्था कार सवारों पर टूट पड़ा। तीन लोग तो किसी तरह जान बचा कर भाग निकले लेकिन सुशील नगर मोहल्ला निवासी हिमांशु गुर्जर उर्फ गौरव को कार से खींच कर रोड, सरिया, डंडों आदि से इतनी पिटाई की गई कि वह खून से लथपथ हो कर मरणासन्न हो गया। उसे उपचार के लिए झांसी ले जाया गया है जहां उसकी हालत गंभीर बताई गई है।
बता दें कि इस दौरान कार में भी आग लगा दी गई और मेडिकल छात्रों ने भीषण उपद्रव किया। कालेज की पुलिस चौकी पर भी पथराव और फायरिंग हुई। सीनियर अधिकारियों के पहुंचने के बाद भी अंदर से फायरिंग की आवाज़ें आती रहीं। पुलिस को घायल हिमांशु को उपचार के लिए भेजने में भी भारी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच छात्रों ने 3 दुकानों को भी फूंक डाला। छात्रों के तांडव के सामने प्रशासन की स्थिति असहाय जैसी रही।
वहीं मौके पर अपर जिलाधिकारी आर के सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक एसके तिवारी सहित कई अधिकारी पहुंच गए हैं। इसके अलावा आटा, एट और कई बाहरी थानों से अतिरिक्त फोर्स भी बुलवा लिया गया है। उधर, मेडिकल कालेज प्रशासन उपद्रवी छात्रों को पुलिस को सौंपने के लिए तैयार नहीं है। सीनियर डाक्टरों ने अधिकारियों से कहा कि छात्रों के साथ ज्यादती हुई है। कार सवारों ने उनकी कान पर बंदूक रख कर उन्हें मारा। जब वे पुलिस से मदद मांगने गए तो चौकी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।