नई दिल्ली। बीते दिनों से देश में विपक्षी दलों में फूट और सरकार के खिलाफ एक जुटता का अभाव दिख रहा है। विपक्ष एकजुट होकर सरकार केखिलाफ नहीं खड़ा हो पा रहा है। इसी को देखते हुए विपक्ष की एकजुटता बनाने के कवायद इन दिनों कांग्रेस कर रहा है। बीते दिनों गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में जीतने के लिए कांग्रेस को नाकों चने चबाने पड़े थे। इसी के लिए अब कांग्रेस विपक्षी एकजुटता को लाने की कवायद कर रहा है। आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई गई है।
सूत्रों की माने तो इन दिनों विपक्ष सरकार पर एकजुटता के अभाव के चलते खुलकर हमलावर नहीं हो पा रहा है। जिसके चलते सरकार लगातार अपना कुनवा बढ़ाती जा रही है। जिसके चलते विपक्ष को अब अपने अस्तित्व का खतरा भी नजर आने लगा है। आज इन सभी विपक्षी दलों की बैठक संसद के पुस्तकालय में आयोजित की जायेगी। जहां पर केन्द्र सरकार को घेरे की रणनीति पर चर्चा की जायेगी। मानसून सत्र अब समाप्त होने जा रहा है। इसके साथ ही संसद के अगले सत्र में सरकार के लिए विपक्ष अपनी रणनीति इसबार अभी से तय कर लेगी। इसी रणनीति पर विपक्ष अब एक साथ मिलकर काम करेगा।
इस बैठक में आने के लिए सभी विपक्षी दलों और वामदलों को न्योता भेजा गया है। इस बैछक में जेडीयू को भी निमंत्रण मिला है। जेडीयू के शरद यादव को बैठक में विपक्ष के नेता के तौर पर शामिल होने का न्योता मिला है। बीते दिनों बिहार की राजनीति में हुई बड़ी उलट-फेर के चलते नीतीश कुमार विपक्ष के खेमे से बाहर चले गये थे। जिसके बाद विपक्ष की एक जुटता कमजोर हुई थी। अब सोनिया गांधी नये सिरे से विपक्ष की रणनीति तय कर सरकार के खिलाफ विपक्ष को खड़ा करने के लिए सक्रियता दिखा रही हैं।