नई दिल्ली। वैसे तो आपने ऐसे बहुत से ताले देखें होंगे जो अलग-अलग तरह से खुलते है। कोई ताला चाबी से खुलता है तो आजकल ऐसे ताले भी है जिन में कोड होता है। लेकिन चाबी वाले तालों की एक या एक से ज्यादा चाबियां भी होती है। लेकिन कभी आपने ऐसा सुना है कि एक ताले की 100 से ज्यादा चाबियां है और एक दिन में इस ताले को 200 से ज्यादा बार खोला और बंद किया जाता है। अगर आपने ऐसा नहीं सुना है तो आपको बताते है की यह ताला कंहा लगा हुआ है और इस ताले के सौ से ज्यादा चाबियां होने का कारण।
बता दें की यह इकलौता ऐसा ताला है जिसके सौ से ज्यादा मालिक है और सबके पास अपनी एक-एक चाबी होती है। दरअसल, यह मामला मध्यप्रदेश के खंडवा रेलवे जंकशन का है जंहा के रेलवे क्रमचारियो के लिए बनाए गए पार्किन स्थल के गेट पर यह ताला लगा हुआ है। भले ही देखने में यह आम तालो जैसा हो लेकिन यह दुनिया का सबसे अनोखा ताला है।
असल मे खंडवा रेलवे जंक्शन के बाहर की जगह में दो पहिया वाहनो की पार्किंग है। पहले रेलवे कर्मतचारियों के लिए यह पार्किंग नि:शुल्क थी। लेकिन जब से रेलवे ने इस पार्किंग ऐरिया को ठेके पर दिया तब से पार्किंग का शुल्क लगने लगा।इस शुल्क को लेकर रेलवे कर्मचारी और ठेकेदार के बीच लड़ाई हो गई और यह मामल डीआरएम तक पंहुच गया। इस पर डीआरएम ने रेलवे कर्मचारियों के लिए पार्किंग के लिए ऑफिस के पीछे की जगह को स्वीकृति दे दी। इस पार्किंग के बनने के बाद रेलवे कर्मचारियों की समस्या खत्म हो गई।
अब इस पार्किंग का इस्तेमाल दूसरे लोग भी करने लगे तो इससे वंहा खड़े वाहनों की चोरी होने लगी। इस परेशानी को खत्म करने के लिए इसके चैनल गेट पर ताला लगा दिया गया और एक सूचना बोर्ड लगाया गया जिस पर लिखा था की इस पार्किंग की सुरक्षा के लिए इस गेट पर ताला लगाया गया है। ताला लगाने की वजह से वंहा एक समस्या और खड़ी हो गई की पार्किंग स्थल के ताले की चाबी किसके पास रहेगी। साथ ही रेलवे कर्मचारियों की ड्यूटी का समय अलग-अलग होने की वजह से यह मामला और बिगड़ गया। इसके बाद इस परेशानी का हल निकालते हुए इस ताले की 100 से ज्यादा चाबियां बनवाई गई और हर एक कर्मचारी को एक-एक चाबी दे दी गई।