नई दिल्ली। मोबाइल एप आधारित ओला और उबर कैब चालकों की कंपनी द्वारा उन्हें कम किराया दिये जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर हड़ताल पर जाने का असर शनिवार को भी देखा गया। ये चालक शुक्रवार से हड़ताल पर हैं।दिल्ली और एनसीआर में यात्रियों को मोबाइल एप से टैक्सी बुक कर अपने गंतव्य तक पहुंचने में कठिनाई हुई। एक यात्री ने बताया कि उसे कैब बुक करने में 20 मिनट से अधिक का समय लग गया। इतना ही नहीं कैब बुक होने के बावजूद उनकी कठिनाई खत्म नहीं हुई। रास्ते में हड़ताली चालकों ने उनकी ओला कैब को घेर लिया और चालक से बदतमीजी की।
वहीं ओला ने हड़ताल के मद्देनजर अपने सभी उपयोगकर्ताओं को एक नोटिफिकेशन भेजा है। इसमें कहा गया है कि आपको यह बताया जाता है कि स्थानीय हड़ताल के चलते कैब उपलब्ध होने पर ही आपको इसकी सेवा मिल पाएगी। प्रदर्शनकारी चालकों का कहना है कि कंपनी उन्हें 6 रूपये प्रतिकिलोमीटर की दर से भुगतान करती है। ऐसे में गाड़ी की किस्त चुकाने और परिवार के पालन पोषण में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जबकि कंपनी ने उन्हें मोटी कमाई के सपने दिखाए थे। उन्होंने कहा कि हमारी मांग सरकार द्वारा तय किया हुआ किराया लागू करवाना है। उन्होंने चालकों का बीमा कराये जाने की मांग प्रमुखता से उठाई है।
सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन आफ दिल्ली के अध्यक्ष कमलजीत गिल ने कहा कि हमारी प्रमुख मांग तो सरकार द्वारा तय किराया लागू करवाना है। इसके अलावा हमारी मागों में ड्यूटी के दौरान दुर्घटना होने पर चालक को पूरा हर्जाना दिये जाने और पूल और शेयर की बुकिंग सेवा बंद करना है।