सोनभद्र। केंद्र सरकार द्वारा लिए गए नोटबंदी के फैसले से जहां एक तरफ बैंकों में लोगों का तांता लगा हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ सोनभद्र के बाजारों में सन्नाटा है। फुटपाथ के किनारे दुकान लगाने वाले ज्यादातर दुकानदार परेशान है। सोनभद्र के फुटपाथ पर बैठे मुख्तार अहमद का कहना है कि नोटबंदी से उनका भविष्य उज्जवल होगा या नहीं इसके बारे में तो वो नहीं जानते लेकिन उनका वर्तमान जरूर अंधेरे में है। अहमद का कहना है कि नोटबंदी के कारण वो और उनके परिवार जन दाने-दाने को मोहताज हो गए है।
अहमद पिछले एक सप्ताह से काम कर रहे है लेकिन अब तक बच्चों की भूख को मिटाने के लिए दो जून की रोटी का इंतजाम नहीं कर पाए है। दुकान पर ग्राहक तो आ रहे है लेकिन उनके जेब में पैसे ही नही होते जो भी आता है वो यही कह के जाता है कि पैसा ही नही निकल पा रहा खाने को तो ठंड से बचने के लिए जैकेट कहा से ले।
वही एक उससे भी छोटे व्यापारी जो की लाई चना बेच कर अपनी एव अपने बच्चों का दाना पानी चलता है उसने भी कहा कि हम क्या कर सकते है हमारी भी मज़बूरी है मोदी जी के फैसले ने हम गरीबो को अपना दाल रोटी चला पाना मुश्किल हो गया है। छोटे और फुटकर व्यापारियों ने सीधे-सीधे सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा है कि मोदी जनता को भूखा मारने का प्लान तैयार कर चुके हैं।
(प्रवीण पटेल, संवाददाता)