नालंदा। बिहार के सीएम नीतीश कुमार जदयू के महाअधिवेसन में बतौर अध्यक्ष बोलते हुए अपने पहले सम्बोधन में केन्द्र की मोदी सरकार पर जमकर बरसे।सर्जिकल स्ट्राइक, समान आचार संहिता, किसानों की दयनीय स्थिति, बेरोजगारी, जीएम सीड, लव जिहाद, तीन तलाक और घर वापसी जैसे मुद्दों को लेकर पीएम मोदी पर नीतीश कुमार जमकर हमलावर हुए।
नीतीश ने केन्द्र सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर भुनाने के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी केवल भाजपा के नेता नहीं हैं, वह देश के प्रधानमंत्री भी हैं। सर्जिकल स्ट्राइक पर हम केंद्र सरकार के साथ हैं, लेकिन इसे अंदरूनी राजनीति का विषय बनाने का पुरजोर विरोध करेंगे। हम भाजपा की नीतियों का विरोध करते हुए उसके खिलाफ एक तगड़ा विकल्प देश के सामने खड़ा करने की ओर अग्रसर हैं।
जदयू के महाअधिवेसन के अंतिम दिन आयोजित खुले अधिवेसन को सम्बोधित करते हुए नीतीश कुमार ने केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, केन्द्र की नीतियां देश में माहौल को खराब करने में लगी हैं। यूनिफार्म सिविल कोड और तीन तलाक पर बहस कर रहे हैं। हमने पहले भी इस बावत खुले तौर पर कहा था कि हम समान आचार संहिता जबर्दस्ती थोपने का विरोध करेंगे।तीन तलाक की बात इस्लाम धर्म मानने वालों पर छोड़ दीजिए। आप कौन होते हैं उनके लिए निर्णय लेने वाले? नीतीश कुमार ने दलित कार्ड खेलते हुए कहा कि आखिर क्या वजह पड़ी थी कि डा. अंबेडकर को क्यों बौद्ध धर्म अपनाना पड़ा था आज भी लोगों के दिमाग से दूषित मानसिकता नहीं बाहर हुई है। पहले केन्द्र उसे दूर करने का प्रयास करे।