पटना। शुक्रवार को बिहार के बक्सर में विकास समीक्षा यात्रा के दौरान सीएम के काफिले पर हुए पथराव को लेकर सरकार एक्शन के मुंड में आ गई है। सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं। सीएम के काफिले पर हुए हमले की जांच का काम पटना जोन के आईजी नैय्यर हसनैन खां और पटना के कमिश्नर आनंद किशोर को सौंपा गया है। पथराव के बाद शानिवार को गांव में पहुंचे दोनों अधिकारियों ने पत्थरबाजी में शामिल 21 लोगों को हिरासत में ले लिया है। बता दें कि ये दोनों अधिकारी इस हमले की जांच करेंगे और रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे।
हमले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि समाज में प्रेम और सदभाव बना रहे, इसके लिए हम सभी को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें विकास के कार्यों से कोई मतलब ही नहीं है क्योंकि उन्हें विकास का काम करना ही पसंद नहीं है इसलिए ये लोग पत्थर बरसाते हैं। सीएम ने कहा कि ये लोग कितनी भी कोशिश कर ले इनका मंसूबा कभी कामयाब नही होगा। नीतीश बोले कि सात निश्चय योजनाओं के तहत बिहार विकास की राह पर चल रहा है इसलिए विकास को देखकर कुछ लोगों को जलन हो रही है और विकास के प्रति मेरी प्रतिबद्धता को देखकर वो लोग परेशान है, लेकिन ऐसे कामों से विकास के काम पर कोई असर नहीं पड़ने वाला।
मुख्यमंत्री ने बक्सर के डुमरांव स्थित बीएमपी मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित किया और उसके बाद उन्होंने 270 करोड़ की 168 योजनाओं का शिलान्यास व उद्घाटन किया। उन्होंने शिलापट्ट देख कर कहा कि इतनी योजनाओं को एक साथ देख कर खुशी हो रही है। नीतीश कुमार ने कहा कि सामाजिक कुरीतियों को मिटाये बगैर विकास अधूरा है और इसके लिए दहेज और बाल विवाह जैसी कुप्रथा को मिटाने का संकल्प लेना चाहिए। एेसी शादी में ना जाएं जिसमें दहेज लिया गया हो। सीएम ने कहा कि हम राज नहीं सेवा करते हैं और हमें भोग से रिश्ता नहीं, बल्कि काम की चिंता सताती है।