पटना। बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री व विधान परिषद में विपक्ष के नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर उनकी सरकार में कांग्रेस के कोटे से मंत्री अब्दुल जलील मस्तान को, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर अभद्र टिपण्णी और अशोभनीय आचरण के लिए बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार सरकार गिरने के डर से मस्तान पर कार्यवाई नहीं कर रहे है।
विधान परिषद के अपने कार्यालय कक्ष में संवाददाताओं से बातचीत में सुशील मोदी ने गुरुवार को आरोप लगाया कि नीतीश कुमार को यह डर है कि यदि मंत्री के खिलाफ कार्रवाई हुयी तो कांग्रेस के सहयोग से चल रही महागठबंधन की सरकार गिर जायेगी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि वह किसी को नहीं बचाते तो अभी तक मंत्री को बर्खास्त क्यों नहीं किया गया ?
कांग्रेस कोटे के उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री मस्तान ने अपनी मौजूदगी में प्रधानमंत्री के चित्र पर जूता चलवाया और उनके खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। उन्होंने कहा कि अभी तक मंत्री की अमर्यादित टिप्पणी की केवल भर्त्सना ही की जा रही है, उनपर कार्यवाई नहीं हो रही। मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसी दल के नहीं बल्कि देश के लिए होते हैं। उन्होंने कहा कि मस्तान ने पूर्व नियोजित योजना के तहत अपनी सभा में पीएम की तस्वीर रखवाई और उनपर जूते चलवाये। उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में मंत्री लगातार बयान बदल रहे हैं और सरकार चुप्पी साधे हुए है।
मोदी ने कहा कि महागठबंधन के बड़े घटक राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी मंत्री मस्तान के खिलाफ कार्यवाई की बात कही है। यह विषय खेद प्रकट करने का नहीं बल्कि कार्यवाई करने का है। मस्तान के बयान से संवैधानिक मूल्यों और संविधान की भावना का हनन हुआ है जिसके बावजूद सरकार मंत्री को बचाने में लगी हुई है। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामलें में जांच के आदेश देने की मांग करते हुए कहा कि घटना के दिन मौके पर अंचलाधिकारी और थानाध्यक्ष भी मौजूद थे। मोदी ने कहा कि पीएम की तस्वीर पर जूते चलाने वालों पर अभी तक प्राथमिकी तक नहीं दर्ज की गयी है और न ही अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी पर किसी तरह की कार्रवाई हुई है।