नई दिल्ली। केदरानाथधाम की यात्रा को सुगम बनाने में लगी हुई हेलीकॉप्टर सेवा के खिलाफ दायर याचिका को गंभीर रूप से लेते हुए एनजीटी ने केंद्र और उत्तराखण्ड सरकार को नोटिस जारी करते हुए फटकार लगाई है।
एक शख्स द्वारा दायर की गई याचिका में लिखा गया है कि हेलिकॉप्टर के अनियंत्रित सेवा से केदारनाथ सेंचुरी के लिए बिल्कुल भी फायदेमंद नहीं है। इस सेवा के कारण सेंचुरी को तो नुकसान हो ही रहा है साथ ही वहां पर रह रहे हिरण और हिमालय़न थार को भी अपना घर बदलना पड़ रहा है, जिसके कारण इस पर रोक लगनी चाहिए।
याचिका में एनजीटी के सामने इस बात का भी हवाला दिया गया है कि हेलिकॉप्टर सेवा देने वाली कंपनिय़ों ने केदारनाथ सेंचुरी से अनुमति भी नहीं ली है।
गौरतलब है कि केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए जा रहे श्रद्धालुओं को ये सेवा गढ़वाल मंडल विकास निगम के जरिए हासिल हो रही थी। . इससे यात्रियों को हैलीकॉप्टर कंपनियों को मनमाना किराया नहीं देना पड़ रहा था, क्य़ोंकि राज्य सरकार ने नागरिक उड्डयन विभाग के जरिए केदारनाथ यात्रियो को 50 फीसदी की सब्सिडी पर टिकट उपलब्ध कराने का फैसला लिया था। राज्य सरकार द्वारा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई हिमालय दर्शन योजना को सफल माना जा रहा था।
आशु दास