पटना। बिहार के नालंदा स्थित नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय की नई कुलपति को चुन लिया गया है। इस पद का चुनाव राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने किया। बुधवार रात को राष्ट्रपति ने नियुक्ति पत्र पर हस्ताक्षर किए। बता दें कि इस नियुक्ति के लिए उनके पास कुल तीन लोगों के नाम की सूची भेजी गई थी।
विश्विद्यालय की पहली कुलपति गोपा सब्बरवाल की सेवानिवृत्ति के बाद से ये पद खाली है, वर्तमान समय में प्रोफेसर पंकज मोहन प्रभारी कुलपति के रूप में कार्यभार देख रहे हैं। प्रोफेसर सुनैना वर्तमान में हैदराबाद की ‘इंग्लिश एंड फौरन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी’ (इएफएलयू) की कुलपति हैं। उनके कार्यकाल की अवधि पांच वर्ष होगी। इस बात की जानकारी नालंदा विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी के द्वारा मिली।
बता दें कि बिहार के राजगीर स्थित नालंदा अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलपति पंकज मोहन ने दो छात्रों के खिलाफ अपनी सहपाठी छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इन दोनों विद्यार्थियों में से एक को बुधवार को निलंबित कर दिया गया।बुधवार को विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने आरोपी छात्रों के खिलाफ कारवाई करने की मांग को लेकर विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन किया। इसके बाद देर रात पंकज मोहन ने इस मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।